कोरबा। कोरबा जिले के कोयलांचल क्षेत्रों में गर्मी की शुरुआत से पहले ही पेयजल संकट गहराने लगा है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि एसईसीएल प्रबंधन द्वारा करोड़ों रुपये के टेंडर जारी करने के बावजूद गांवों और मोहल्लों में पानी की आपूर्ति नहीं हो रही। इससे संबंधित शिकायतें लगातार सामने आ रही हैं।
दीपका और गेवरा क्षेत्रों से क्रमशः 93 लाख और 78 लाख के टेंडर पेयजल आपूर्ति के लिए जारी किए गए थे, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि पानी के टैंकर या तो आते ही नहीं, या महज औपचारिकता निभाई जाती है।
ऊर्जाधानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति ने इस मामले में एसईसीएल प्रबंधन को ज्ञापन सौंपकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। समिति के अध्यक्ष सपुरन कुलदीप ने बताया कि जल स्तर गिरने और जल स्रोतों के सूखने के कारण गांवों में पीने के पानी की भारी किल्लत है, लेकिन एसईसीएल की लापरवाही और ठेकेदारों की मिलीभगत से करोड़ों के टेंडर में गड़बड़ी हो रही है।
गांवों में टैंकर सप्लाई नहीं होने से ग्रामीण परेशान हैं, और अब इस मामले में भ्रष्टाचार की बड़ी परतें उजागर होने की संभावना जताई जा रही है। ग्रामीणों और संगठन ने मांग की है कि ठेकेदार फर्मों पर कार्रवाई हो और प्रभावित गांवों में निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
