जयसिंह अग्रवाल ने बालको प्रबंधन द्वारा सेक्टर-6 मंे प्रस्तावित बहुमंजिली इमारतें बनाने हेतु छायादार व फलदाल वृक्षों की कटाई के विषय पर कलेक्टर को लिखा पत्र

कोरबा 27 मई। पूर्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने बालकोनगर क्षेत्र में निवासरत लोगों से प्राप्त शिकायतों के आधार पर बालको प्रबंधन द्वारा सेक्टर 6 में कर्मचारियों के लिए बनाए जाने वाले बहुमंजिली अवासीय इमारतों की वजह से उस क्षेत्र में पूर्णतः विकसित हजारों फलदार व छायादार वृक्षों की कटाई कराए जाने एवं भविष्य में समूचे सेक्टर 6 की बाऊण्ड्री वॉल बनाकर एक अलग परिसर बनाए जाने पर आम नागरिकों को होने वाली व्यावहारिक कठिनाईयों से उपजने वाले जन आक्रोश के परिणाम स्वरूप किसी प्रकार से घटित होने वाली अप्रिय वारदात से आगाह कराते हुए समय रहते मौका मुआयना कर समाधान निकालने हेतु कोरबा कलेक्टर को पत्र लिखा है।
पत्र में जयसिंह अग्रवाल ने लिखा है कि बालकोनगर में निर्मित डॉ. अम्बेडकर स्टेडियम में विगत दो महीनों से बालको प्रबंधन द्वारा विकास संबंधी अनेक निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। बालकोनगर वासियों की सुविधा के लिए स्टेडियम में सुविधाओं का विकास किए जाने पर किसी को कोई आपत्ति नहीं है लेकिन इस निर्माण कार्य के लिए प्रबंधन द्वारा नगर निगम अथवा अन्य संबंधित विभागों से कोई अनुमति नहीं ली गई है जिसके जरिए शासन को भुगतान योग्य लाखों रूपये की चोरी बालको प्रबंधन द्वारा की जा रही है।
पत्र में आगे बताया गया है कि सेक्टर-6 र्क्वाटरों में पहले रहने वाले लोगों द्वारा आम, जामुन, अमरूद, आंवला, बेल जैसे फलदार वृक्षों के साथ ही नीम व पीपल आदि के छायादार वृक्ष लगाए गए थे जो अब पूर्ण रूप से विकसित हो चुके हैं प्रस्तावित बहुमंजिला इमारतों के निर्माण से बड़ी संख्या में विकसित हुए फलदार एवं छायादार वृक्षों को शिकार बनना पड़ेगा। यद्यपि संबंधित विभाग ने प्रबंधन को उन वृक्षों को अन्यत्र स्थानांतरित करने की अनुमति प्रदान किया है, लेकिन बालको प्रबंधन द्वारा उन्हें अन्यत्र स्थानांतरित करने के स्थान पर वृक्षों की सीधे कटाई करवाई जा रही है जिसकी वजह से व्यापक पैमाने पर पर्यावरण को नुकसान होगा। पत्र में यह भी लिखा गया है कि कोरबा विकास योजना 2031 के अन्तर्गत बालकोनगर बस स्टैण्ड से कॉफी प्वाईंट की ओर जाने वाले मुख्य मार्ग को सेक्टर-4 वन विभाग के बैरियर तक बालको प्रबंधन द्वारा फोर लेन सड़क के रूप में विकसित किया जाना है। मौका मुआयना करने पर ज्ञात होगा कि बालको प्रबंधन सड़क मार्ग के हिस्से की जमीन पर ही बाउण्ड्री वॉल का निर्माण करने की तैयारी में है।
पत्र में यह भी लिखा गया है कि बहुमंजिली इमारतों का निर्माण कार्य आरंभ करने हेतु प्रारंभिक प्रक्रिया शुरू कर दी गई है जिसके तहत सेक्टर-6 बी एवं सी टाईप क्षेत्र को बाऊण्ड्री वॉल बनाकर एक अलग परिसर बनाए जाने की योजना है। बालको प्रबंधन अपने कर्मचारियों को आवासीय सुविधा प्रदान करने के लिए बहुमंजिला इमारतें बनवाए इससे आम जनता को कोई परेशानी नहीं है। आम जनता विशेषकर इंदिरा मार्केट एवं भदरापारा बालकोनगर आवासीय परिसर के निवासियों को इस निर्माण क्षेत्र के लिए पृथक बाऊण्ड्री वॉल बनाने से अनेक कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा क्योंक मिनीमाता चौक से इंदिरा मार्केट व उसके पीछे भदरापारा क्षेत्र में जाने के लिए एक मुख्य सड़क है जो सेक्टर-6 के बीच से होकर गुजरती है जिसका लाभ बालको आवासीय परिसर में निवासरत बड़ी संख्या में आम नागरिकों इंदिरा मार्केट व भदरापारा क्षेत्र में आवागमन के लिए उठाया जाता है तो दूसरी तरफ इंदिरा मार्केट में निवासरत व्यापारियों एवं भदरापारा के आम नागरिकों द्वारा सिविक सेंटर, डी.पी.एस. स्कूल, मिनीमाता स्कूल आदि में बच्चों को छोड़ने अथवा लाने के अलावा अन्य प्रयोजनों के लिए उपयोग किया जाता है।
प्रस्तावित बहु मंजिला इमारतों के निर्माण स्थल हेतु बाऊण्ड्री वॉल बनाकर अलग परिसर बनाए जाने की स्थिति में बालको आवासीय परिसर में निवासरत बड़ी संख्या में आम नागरिक, जो इस मार्ग का उपयोग कर इंदिरा मार्केट एवं भदरापारा क्षेत्र में आवागमन के लिए उपयोग करतेे हैं और दूसरी तरफ इंदिरा मार्केट में निवासरत व्यापारियों एवं भदरापारा में निवासरत आम नागरिकों का सिविक सेंटर, डी.पी.एस. स्कूल, मिनीमाता स्कूल आदि में बच्चों को छोड़ने अथवा वापस लाने व अन्य प्रयोजनों के लिए किया जाने वाला आवागमन पूरी तरह से बंद हो जाएगा।
कलेक्टर को लिखे पत्र के माध्यम से विभिन्न विषंगतियों की जांच कराए जाने और दोषियों पर कठोर कार्यवाही की उम्मीद जताई गई है जिनमें प्रमुख रूप् से बालको प्रबंधन द्वारा प्रस्तुत ले-आऊट प्लान को नगर एवं ग्राम निवेश (टाऊन एण्ड कण्ट्री प्लानिंग) विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत कर षडयंत्र पूर्वक ऑफ लाईन स्वीकृति प्रदान करवाई गई है जबकि इस प्रकार की स्वीकृतियों के लिए सरकार द्वारा ऑन-लाईन व्यवस्था है। इसी प्रकार बालको प्रबंधन द्वारा प्रस्तावित निर्माण स्थल क्षेत्र में हजारांे की संख्या में छायादार और फलदार वृक्ष लगे हैं जो लगभग 40 से 50 साल व उससे भी अधिक पुराने हैं। बहुमंजिला इमारतें बनाने के क्रम में वे सभी वृक्ष बालको प्रबंधन द्वारा कटवा दिए जाएंगे। इस प्रकार से सघन रूप में तैयार हुए फलदार एवं छायादार वृक्षों की कटाई किए जाने की अनुमति किस स्तर के अधिकारियों द्वारा प्रदान की गई है या फिर अपनी फितरत के मुताबिक बालको प्रबंधन ऐसी कोई अनुमति प्राप्त करना आवश्यक नहीं समझता। पत्र में यह भी बताया गया है कि उक्त क्षेत्र का सीमांकन करवाया गया है लेकिन सीमांकन का कोई पंचनामा नहीं करवाया गया। सीमांकन हेतु संबंधित अधिकारियों / कर्मचारियों द्वारा सीमांकन हेतु न तो कोई औपचारिक सूचना जारी की गई और न ही सीमांकन के समय इंदिरा मार्केट अथवा किसी और क्षेत्र से किसी को गवाह के तौर पर बुलवाया गया। शिकायत में बताया गया है कि बालको प्रबंधन द्वारा संबंधित विभाग के अधिकारियों से मिलीभग कर षडयंत्र पूर्वक किसी एक ही स्थान पर बैठकर सीमांकन की औपचारिकता पूरी की गई और प्रतिवेदन प्रस्तुत कर दिया गया जिसमें मिनीमाता चौक से इंदिरा मार्केट को जोड़ने वाली सड़क को अनदेखा करते हुए उसका कोई उल्लेख नहीं किया गया है। सीमांक प्रतिवेदन में न तो कोई गवाह है और न ही उसमें चतुर्थ सीमा का उल्लेख किया गया है।
जयसिंह अग्रवाल ने पत्र में लिखा है कि मिली शिकायत में यह भी बताया गया है कि पूर्व में मास्टर प्लान के अन्तर्गत सेक्टर-6 बी एवं सी टाईप के पीछे बसे हुए इंदिरा मार्केट के बीच में लगभग 18 मीटर चौड़ी सड़क है। बालको की जमीन सेक्टर-6 का दक्षिणी हिस्सा एवं इंदिरा मार्केट के सामने की सड़क के बीच वाले हिस्से में शासकीय भूमि पर लगभग 20 फिट चौड़ा नाला बना हुआ है जिससे बरसात का पानी बस्ती से बाहर निकलता है।
पत्र में उम्मीद जताई गई है कि बालको प्रबंधन द्वारा विधिवत अनुमति प्राप्त किए बिना नियम विरूद्ध करवाए जा रहे निर्माण कार्यों से संबंधित समस्त पहलुओं की एक जांच दल गठित कर हर बिन्दु की सूक्ष्मता से जांच कराई जाएगी और बालको के प्रस्तावित बहुमंजिली इमारतों के निर्माण परिसर में भविष्य में बल पूर्वक बाऊण्ड्री वॉल बनाकर अलग परिसर बनाने से उपजने वाले जन आक्रोश व उसके परिणाम स्वरूप घटित होने वाली किसी प्रकार की अप्रिय वारदात को रोकने, बालकोनगर सहित इंदिरा मार्केट एवं भदरापारा के आम नागरिकों को भविष्य में होनी वाली परेशानियों को दृष्टिगत रखते हुए संबंधित विभागों/अधिकारियों द्वारा बरती गई लापरवाहियों एवं अनियमितताओं के लिए जिम्मेदारों के विरूद्ध कठोर कार्यवाही किया जाना सुनिश्चित करेंगे