बिलासपुर, 31 जुलाई 2025 रायपुर-बिलासपुर नेशनल हाइवे एक बार फिर तेज रफ्तार का खौफनाक मंजर बन गया। बुधवार की सुबह लिमतरा सरगांव के पास एक तेज रफ्तार वाहन ने सड़क पार कर रहे 16 गौवंशों को बेरहमी से रौंद दिया। हादसे में 15 गायों की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गई है।
घटना के बाद मौके पर अफरा-तफरी मच गई। मृत गायों को देखकर आक्रोशित गौसेवकों ने हाइवे पर चक्काजाम कर दिया और शासन-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
20 दिन में तीसरी बड़ी दुर्घटना
गौरतलब है कि बीते 20 दिनों के भीतर जिले में यह गौवंशों की मौत की तीसरी बड़ी सड़क दुर्घटना है। इससे पहले रतनपुर, चकरभाठा, सिलपहरी-कराड़ और ढेका के बीच हुए हादसों में 50 से अधिक गौवंशों की जान जा चुकी है।
धारा 163 लागू, अब मवेशी मालिक होंगे जिम्मेदार
एक दिन पहले ही जिला प्रशासन ने सड़कों पर मवेशियों की बढ़ती संख्या और हो रही मौतों को गंभीरता से लेते हुए धारा 163 प्रभावशील कर दी थी। इसके तहत अब किसी सड़क दुर्घटना में अगर मवेशी की मौत होती है, तो उसके लिए मवेशी मालिक को जिम्मेदार माना जाएगा। खुले में मवेशी छोड़ने पर जुर्माना और सजा दोनों का प्रावधान रहेगा।
प्रशासन मौन, सवालों के घेरे में सुरक्षा व्यवस्था
लगातार हो रही इन घटनाओं ने प्रशासन की संवेदनशीलता पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गौसेवकों का कहना है कि प्रशासन अगर समय रहते उचित कदम उठाता, तो यह दुखद हादसे रोके जा सकते थे।