Sonam Wangchuk रायपुर | लद्दाख के प्रसिद्ध जलवायु कार्यकर्ता और शिक्षाविद् सोनम वांगचुक की राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत गिरफ्तारी का विरोध अब छत्तीसगढ़ में भी ज़ोर पकड़ने लगा है। वांगचुक वर्तमान में जोधपुर सेंट्रल जेल में बंद हैं, जबकि देशभर में उनके समर्थन में आवाज़ें उठ रही हैं।
tehsil office murder: हत्या या आपसी रंजिश? जगदलपुर में युवक की सरेआम हत्या की जांच शुरू
राज्य की राजधानी रायपुर में रविवार को नागरिक समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन से मुलाकात कर वांगचुक की तत्काल रिहाई की मांग की। प्रतिनिधियों ने कहा कि वांगचुक की गिरफ़्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर हमला है और यह लोकतांत्रिक मूल्यों के विरुद्ध है।
Deadly attack: बलौदाबाजार में आपसी पारिवारिक विवाद ने ली हिंसक रूप, युवक पर जानलेवा हमला
आदिवासी समाज भी उतरा समर्थन में
वहीं, छत्तीसगढ़ के आदिवासी संगठनों ने भी इस गिरफ्तारी की निंदा करते हुए रायपुर, जगदलपुर और कांकेर में प्रतीकात्मक प्रदर्शन किए। उनका कहना है कि सोनम वांगचुक जैसे व्यक्तित्व, जो पर्यावरण और शिक्षा के क्षेत्र में क्रांतिकारी कार्य कर रहे हैं, उन्हें जेल में डालना निंदनीय है।