कोरबा। एसईसीएल (SECL) गेवरा क्षेत्र के भू-स्थापित ग्रामीणों ने लंबे समय से लंबित रोजगार और पुनर्वास की मांग को लेकर एक बार फिर आवाज बुलंद की है। पोड़ी, आमगांव, बाहनपाठ, नराईबोध, भठोरा, भिलाईबिजार और रलिया ग्राम के ग्रामीणों ने भू-स्थापित एकता मंच के बैनर तले महाप्रबंधक, एसईसीएल गेवरा क्षेत्र को ज्ञापन सौंपा।
ग्रामीणों का कहना है कि कोयला खदान परियोजना के लिए उनके गांवों की जमीन अलग-अलग चरणों में अर्जित की गई, जिसके बदले उन्हें रोजगार, मुआवजा और पुनर्वास देने का वादा किया गया था। हालांकि, कई पात्र परिवारों को आज तक इनका लाभ नहीं मिल पाया है।
एकता मंच के प्रतिनिधियों ने बताया कि वे लगातार प्रबंधन से संपर्क में हैं, परंतु उचित कार्यवाही नहीं हो रही है। इस कारण ग्रामीणों में आक्रोश है और मंच ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही उनकी भू-स्थापितों की मांगें पूरी नहीं की गईं तो वे आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर होंगे।
मंच के पदाधिकारियों ने ज्ञापन के माध्यम से कहा कि एसईसीएल प्रबंधन को अपने वादे निभाने चाहिए और जिन परिवारों को अब तक रोजगार नहीं मिला है, उन्हें जल्द से जल्द नियुक्ति दी जानी चाहिए। साथ ही, पुनर्वास स्थल पर बुनियादी सुविधाओं जैसे सड़क, पानी, बिजली और स्वास्थ्य केंद्र की भी मांग की गई है।










