रायपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर में एक बार फिर से आदिवासियों के धर्म परिवर्तन को लेकर विवाद शुरू हो गया है। ये विवाद शुरू हुआ सुकमाछत्तीसगढ़ का वनांचल क्षेत्र बस्तर, यहां की जनजातियां अपनी अनोखी और विशिष्ट आदिवासी संस्कृति और विरासत के लिए जानी जाती है। यहां आदिवासी और गैर आदिवासी संस्कृति का मिलाजुला अद्भुत आंचलिक स्वरूप देखने को मिलता है। संस्कृति के इस आंचलिक स्वरूप के दर्शन यहां की आदिवासी-लोक कलाओं में स्पष्ट परिलक्षित होते हैं। बस्तर के प्रत्येक जनजातीय समूह की अपनी अलग संस्कृति है और अपनी अनूठी पारंपरिक जीवन शैली का आनंद लेते हैं। प्रत्येक जनजाति ने अपनी बोलियाँ विकसित की हैं और अपनी वेशभूषा, खान-पान, रीति-रिवाजों और परंपराओं में अन्य जनजातियों से भिन्न हैं, लेकिन अब बस्तर को किसी इस खूबसूरती पर किसी की नजर लग गई है। जी हां बस्तर में आदिवासियों के धर्मांतरण का मुद्दा ना सिर्फ प्रदेश बल्कि देश में भी उठ रहा है












