प्रदेश की राजनीति में अमित जोगी का बढ़ा कद,,कटघोरा क्षेत्र से विस चुनाव लड़ने की प्रबल संभावना

कोरबा:जूनियर जोगी को कौंन नहीं जानता, पूरे प्रदेश में उन्हें अपनी पहचान की जरूरत नहीं हैं. जी हां हम बात कर रहे हैं छतीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्व अजित जोगी के पुत्र व छतीसगढ़ जनता कांग्रेस (जोगी) के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की.जिनका नाम एकाएक कोरबा जिले की सामान्य सीट कटघोरा विधानसभा से चुनाव लड़ने की संभावना के साथ सामने आने से कटघोरा की सियासत में सरगर्मी बढ़ गई हैं. जहां एक ओर कांग्रेस और भाजपा के प्रत्याशी काफी चिंतित हैं क्योंकि जोगी के मैदान में उतरने से उनका चुनावी गणित गड़बड़ा सकता हैं उनका चुनावी बजट भी काफी बढ़ जायेगा.इसके साथ ही उन्हें अपने कार्यकर्ताओं को संभाल कर रखने की चुनौती का सामना भी करना पड़ेगा.अमित जोगी हर वो खेल खेलेंगे जो चुनाव में आजकल चलता हैं.
दूसरी तरह यह सुनने में आ रहा हैं कि कांग्रेस और भाजपा के असंतुष्ट नेताओं ने जोगी का नाम कटघोरा से सामने आने के बाद काफी खुश हैं ,और वे लगातार फोन कर बधाई देते हुए उन्हें यही बात कह रहे हैं कि हम आपके साथ हैं.मतलब साफ है कि दोनों पार्टी में भितरघात जमकर हो सकता हैं. सूत्रों से यह पता चला हैं कि प्रदेश स्तर के नेताओं के फोन टिकट के दावेदारो और असंतुष्ट लोगों के पास आने शुरू हो गये हैं. उनसे कहा जा रहा हैं कि भविष्य में उनका ख्याल रखा जायेगा अभी पार्टी को जिताये.इतना ही नेताओं ने प्रत्याशियों से भी बात करते हुए कहा हैं कि असंतुष्ट लोगों से मुलाकात कर उनकी नाराजगी दूर करने का प्रयास करे.कांग्रेस सूत्रों से पता चला हैं कि जो कार्यकर्ता समझाने के बाद भीखुरापात करेंगे उनकी शिकायत मिलते ही कार्यवाही की जायेगी.
कांग्रेस ने दूसरी बार पुरुषोत्तम कंवर को टिकट दी हैं तो भाजपा प्रत्याशी प्रेमचंद पटेल पहली बार टिकट पाकर मैदान में हैं. कटघोरा सामान्य सीट होने के कारण टिकट के दावेदार कांग्रेसी नेताओं की यह मांग थी कि यहां से गैर आदिवासी को टिकट दी जानी चाहिए. उनकी मांग कांग्रेस हाईकमान इसलिए खारिज कर देता हैं क्योंकि यहां आदिवासी उम्मीदवारो का दबदबा कायम हैं और सर्वाधिक दफे वहीं जीते है. पिछड़े वर्ग में भी कई जातियां शामिल हैं और हर जाती के नेताओं के राग अलग अलग हैं.रही बात भाजपा की,तो उन दावेदारों को सबसे ज्यादा झटका लगा जो टिकट मिलने की आस में अपने क्षेत्र में लम्बे समय से सक्रिय थे.पार्टी ने उनको दरकिनार कर पिछड़ा वर्ग से नया चेहरा चुनावी मैदान में उतार एदिया. चुकी भाजपा में टिकट के करीब 25 दावेदार थे औऱ सभी ऐंनकेन प्रकारेण टिकट हासिल करने में लगे हुए थे,उनको झटका लगना स्वभाविक हैं. वैसे भाजपा ने कईयों को संतुष्ट करने के लिए पार्टी की जिम्मेदारी वाला काम सौप दिया हैं अब उनके कार्य से ही पार्टी उनकी सक्रियता या निष्क्रियता का आसानी से पता लगा लेगी.
सूत्रों से पता चला हैं कि अमित जोगी का नाम यूं ही सामने नहीं आया हैं इसके पीछे की हकीकत यह हैं कि जूनियर जोगी ने अपने चुनाव लड़ने के लिए जो सर्वे कराया उसमें महेंद्रगढ़ औऱ कटघोरा सीट का नाम सामने आया औऱ सर्वे में यह बात कही गई की महेन्द्रगढ़ से बेटर कटघोरा सीट रहेगी.जनता कांग्रेस(जोगी) कोरबा जिला के अध्यक्ष दीपनारायण सोनी से चर्चा करने पर यह पता चला कि बहुत जल्द कटघोरा में जनता कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमित जोगी की उपस्थिति में कार्यकर्ताओं और क्षेत्र वासियों की होने वाली हैं.जिसमें कटघोरा सीट के संदर्भ में निर्णय लिया जाएगा.
बता दे कि कटघोरा सीट में सामान्य व पिछड़ा वर्ग के बाद अनुसूचित जनजाति के मतदाताओं की संख्या अधिक है और यही वोट जातीय समीकरण के चलते कांग्रेस के लिए लाभकारी सिद्ध होते आये हैं।कुल 13 विधानसभा चुनाव की सूची देखने से यह बात स्पस्ट हो जाती हैं कि 9 बार अनुसूचित जनजाति, 2 बार पिछड़ा वर्ग तथा 2 बार सामान्य वर्ग से विधायक बने हैं.

लोगों के बीच सुगबुगाहट है कि कटघोरा विधानसभा से अगर अमित जोगी चुनाव लड़ते हैं, और उन्हे विजयश्री मिलती है तो निश्चित तौर पर क्षेत्र का विकास होगा। इस क्षेत्र से भाजपा और कांग्रेस दोनों ने प्रत्याशी मैदान में उतरे हैं। कांग्रेस का कार्यकाल सभी के सामने है। भाजपा प्रत्याशी प्रेमचंद पटेल के जिला पंचायत के कार्यकाल का नमूना भी लोग देख चुके हैं ।आम जनता का यह कहना है कि यदि इस क्षेत्र से पढ़ा लिखा युवा उम्मीदवार मैदान में आता है। तब हम पार्टी को नहीं देखेंगे । केवल उम्मीदवार को ही देखेंगे चाहे वह भाजपा, कांग्रेस या फिर कोई भी पार्टी का ही उम्मीदवार क्यों ना हो।जाहिर है इस क्षेत्र के लोग खासकर युवा मन ही मन में अमित जोगी को अपना समर्थन दे चुके हैं। लोगों का मानना है कि क्षेत्र में भू विस्थापितो की समस्या को अगर कोई हल कर सकता है तो वह केवल अमित जोगी है। क्षेत्र के विकास के लिए पढ़ा लिखा राजनेता ही हमेशा से ही सही रहा है और यह सभी क्वालिटी अमित जोगी में विद्यमान है।