कोरबा। नगर निगम कोरबा की जनविरोधी नीतियों और बदहाल व्यवस्था को लेकर नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू के नेतृत्व में पार्षदों का प्रतिनिधिमंडल आयुक्त एवं सभापति से मिला। इस दौरान नगर निगम प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए ज्ञापन सौंपा गया और जनहित से जुड़े मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की गई। साथ ही चेतावनी दी गई कि यदि शीघ्र समाधान नहीं हुआ तो उग्र आंदोलन किया जाएगा, जिसकी जिम्मेदारी निगम प्रशासन की होगी।
जल आपूर्ति बनी लोगों की परेशानी का कारण
ज्ञापन में बताया गया कि नगर निगम के 67 वार्डों में नियमित जल आपूर्ति नहीं हो रही है। कई इलाकों में 3-4 दिन तक पानी की आपूर्ति पूरी तरह बंद रहती है। जो पानी दिया जा रहा है वह भी अशुद्ध होता है, जिससे बीमारियों की आशंका बनी रहती है।
स्ट्रीट लाइट बंद, हादसों का खतरा
प्रतिनिधिमंडल ने शिकायत की कि अधिकांश वार्डों में स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। जहां जरूरत नहीं है वहां नई लाइटें लगाई जा रही हैं और जहां अंधेरा है, वहां कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा। इससे बारिश के मौसम में बस्तियों में डर का माहौल बना हुआ है।
सफाई व्यवस्था पर उठे सवाल
सफाई को लेकर भी निगम प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया गया। प्रतिनिधिमंडल ने बताया कि नालियों और बाजार क्षेत्रों में गंदगी फैली हुई है। सफाई के नाम पर सब्जी विक्रेताओं से अवैध वसूली की जा रही है। डस्टबिन लगाने की जिम्मेदारी भी इन पर ही डाल दी गई है।
विकास कार्यों में भेदभाव और आवास योजना में अनियमितता
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि वार्डों में विकास कार्यों को लेकर भेदभाव किया जा रहा है। कुछ वार्डों में बार-बार कार्य हो रहे हैं, जबकि अन्य उपेक्षित हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना में भी पात्र हितग्राहियों को लाभ नहीं मिल रहा है और पारदर्शिता का अभाव है।
