
रायपुर। बस्तर के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले के सीआरपीएफ कैम्प में अपने चार साथियों को गोलियों से भुनने और कई को घायल कर देने वाले जवान ने स्वीकार किया है कि उसने अपने साथियों पर गोलियां चलाई हैं। उसने अफसरों के सामने कबूल किया है कि पत्नी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और लगातार प्रताड़ित करने के कारण उसने यह हिंसात्मक कदम उठाया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जगदलपुर में सीआरपीएफ और पुलिस के सीनियर अफसरों के सामने पूछताछ में आरोपी जवान रितेश रंजन ने यह कबूला है।
रितेश रंजन ने यह भी कहा है कि घटना की रात एक जवान ने यह भी कहा था कि सुबह 5 बजे बैरक के बाहर उसका गेम खत्म कर दिया जाएगा। जवान ने अफसरों को बताया कि साथी जवानों ने उसका जीना मुश्किल कर दिया था। वह कमेंट्स के कारण बहुत परेशान था। उसकी पत्नी को कच्ची कली कहकर तमाम मजाक उड़ाते थे। ऐसा पिछले कई दिनों से जारी था। ऐसा हिंसात्मक कदम उठाने की बजाय अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इसकी सूचना क्यों नहीं दी? इस सवाल पर जवान रितेश रंजन ने कहा है कि उसने थोड़ी बहुत जानकारी दी थी, लेकिन उसने यह भी कहा है कि वह किस कदर प्रताड़ित था, फेसबुक जांच करके पता लगाया जा सकता है।








