DIG Fake Profile : DIG की पहचान चुराने वाला साइबर फ्रॉड राजस्थान में गिरफ्तार, पूछताछ जारी

DIG Fake Profile : कोलकाता | 22 नवंबर 2025| पश्चिम बंगाल पुलिस ने बर्दवान रेंज के DIG श्याम सिंह की फेक सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर गलत जानकारी फैलाने के आरोप में राजस्थान के भरतपुर निवासी सलमान खान को गिरफ्तार किया है। आरोपी को एक संयुक्त ऑपरेशन के बाद पकड़ा गया और उसे ट्रांजिट रिमांड पर बर्दवान लाया गया। अदालत ने उसे 7 दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है।

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क्या है पूरा मामला?

बर्दवान पुलिस की साइबर क्राइम टीम को कुछ समय से संदेह था कि सोशल मीडिया पर DIG श्याम सिंह के नाम और फोटो का इस्तेमाल करते हुए एक फेक फेसबुक अकाउंट सक्रिय है।

इस प्रोफाइल से:

  • पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ गलत और भ्रामक पोस्ट किए जा रहे थे

  • आम जनता को गुमराह किया जा रहा था

  • वरिष्ठ अधिकारी की छवि खराब करने की कोशिश की जा रही थी

इसके बाद साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन ने स्वप्रेरणा से केस दर्ज कर जांच शुरू की।

कैसे पहुंची पुलिस आरोपी तक?

जांच के दौरान पुलिस ने:

  • डिजिटल फुटप्रिंट

  • टेक्निकल एनालिसिस

  • सोशल मीडिया गतिविधियों

  • और नेटवर्क ट्रैफिक

के आधार पर आरोपी की पहचान सलमान खान (भरतपुर, राजस्थान) के रूप में की।इसके बाद बर्दवान पुलिस की एक टीम राजस्थान गई और स्थानीय पुलिस के साथ मिलकर जॉइंट ऑपरेशन में आरोपी को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए हैं।

कोर्ट ने भेजा पुलिस कस्टडी में

गिरफ्तारी के बाद आरोपी को बर्दवान की अदालत में पेश किया गया जहाँ से उसे 7 दिनों की पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया।

पुलिस अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि:

  • क्या इस नेटवर्क में और लोग जुड़े हुए हैं?

  • फेक प्रोफाइल से गलत जानकारी किसके इशारे पर फैलाई जा रही थी?

  • क्या इसका मकसद राजनीतिक या आर्थिक लाभ था?

पुलिस का क्या कहना है?

एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा:

“फेक फेसबुक प्रोफाइल दिखने पर जांच शुरू की गई। पता चला कि सलमान खान नाम का युवक DIG श्याम सिंह की तस्वीरों और डिटेल्स का इस्तेमाल कर फेक अकाउंट चला रहा था। उसे राजस्थान से गिरफ्तार कर लाया गया है और पूछताछ जारी है।”

फेक प्रोफाइल बनाना एक गंभीर अपराध

सरकारी अधिकारियों के नाम पर फर्जी अकाउंट बनाकर गलत जानकारी फैलाना:

  • साइबर क्राइम

  • पहचान की चोरी (Identity Theft)

  • आईटी एक्ट के तहत दंडनीय अपराध

माना जाता है।