
कोरबा। कोरबा में वैसे तो मुआवजा का खेल बेधड़क जारी है । सरकारी नुमाइंदों से लेकर आम लोग पहले अपने जमीन का सौदा सरकार से करते हैं फिर उसका मुआवजा लेने के बाद पुनः उसी जमीन पर मकान बना लेते हैं। ऐसा ही एक मामला कोरबा के ग्राम पहन्दा में सामने आया। यहां निरंजन जयसवाल की जमीन नेशनल हाईवे प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की गई थी । बकायदा 27, 7,144 रुपए उसे मुआवजा मिला।। बावजूद इसके निरंजन फिर से जमीन से थोड़ा पीछे हटकर जमीन पर कब्जा कर मकान का निर्माण करवा रहा है।
सरकारी राशि को नुकसान पहुंचाने का काम सिर्फ निरंजन ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार कर रहा है मिली जानकारी के अनुसार उसके पुत्र नवल जायसवाल और कमल जयसवाल ने भी प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए एक लाख स्वीकृत कराया है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मामले में संबंधित क्षेत्र के पटवारी की भूमिका भी संदिग्ध है जो बार-बार पैसों का लालच देकर एक ही परिवार को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलवा रहा है।
कोरबा जिले के जागरूक नागरिक संजय अग्रवाल ने इस मामले की शिकायत तहसीलदार से की है । उन्होंने जयसवाल परिवार के साथ-साथ पहन्दा के पटवारी पर भी सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है ।।ताकि सरकारी खजाने को चूना लगाने वालों को सबक सिखाया जा सके।












