कोरबा। जिला पुलिस ने सोशल मीडिया या ग्रुप पर एक्टिव रहने वालों के लिए एक अलर्ट जारी किया है। इसमें स्पष्ट किया गया है कि किसी भी प्रकार से साम्प्रदायिक सौहार्द्र खराब करने वाली विवादित पोस्ट, गलत या भ्रामक खबरें वायरल न करें। अगर किसी ग्रुप में कोई ऐसी पोस्ट आ जाए तो उसे तत्काल डिलीट करें और ऐसे सदस्य को ग्रुप से रिमूव करें। अगर ऐसा नहीं होता तो ग्रुप एडमिन को भी जिम्मेदार माना जा सकता है। विवादित पोस्ट को प्रसारित करने के संबंध में वैधानिक कार्यवाही भी की जा सकती है।
जिला पुलिस कोरबा की ओर से जारी अलर्ट में कहा गया है कि सोशल साईट्स के ग्रुप एडमिन इन बातों का ध्यान रखें। आपके ग्रुप का कोई भी सदस्य आपके ग्रुप में गलत खबर, विवादित पोस्ट, विवादित बातें, साम्प्रदायिक सौहार्द्र खराब करने, दो पक्षों में विवाद बढ़ाने, दो गुटों में विवाद बढ़ाने या किसी जाति-समुदायों के मध्य वैमनस्यता फैलाने संबंधी कोई भी मैसेज, पोस्ट चित्रण या वीडियो फैलाता अथवा प्रसारित करता है तो उस व्यक्ति को ग्रुप के सदस्य को ग्रुप एडमिन उक्त बातों को प्रसारित करने के लिये मना करें, न माने तो उस व्यक्ति को तत्काल ग्रुप से हटा दें। साथ ही ऐसे पोष्ट करने वाले व्यक्तियों की जानकारी कोरबा पुलिस के कंट्रोल रूम के व्हाट्सएप नंबर 9479193753 में अनिवार्य रूप से सूचित करें। यदि ग्रुप एडमिन द्वारा उक्त जिम्मेदारी नहीं निभाई जाती है तो ग्रुप एडमिन की भी उस पोस्ट के संबंध में जिम्मेदारी तय की जाएगी। उन पर भी विवादित पोस्ट को प्रसारित करने के संबंध में वैधानिक कार्यवाही की जाएगी। इसके अतिरिक्त यदि कोई भी व्यक्ति व्हाट्सएप, ट्वीटर, फेसबुक, इन्स्टाग्राम आदि सोशल मीडिया के माध्यम से भ्रामक व असत्य खबरें पोस्ट, शेयर, फारवर्ड, कमेंट करता है, जिससे लोकशांति पर प्रतिकूल प्रभाव हो तो ऐसे व्यक्ति के विरूद्ध भी भारतीय दण्ड संहिता एवं सूचना प्राद्यौगिकी अधिनियम के अंतर्गत कठोर कार्यवाही की जाएगी। इसलिए पुलिस ने आम जनों से अपील है कि ऐसे असत्य व भ्रामक खबरों या पोस्ट को शेयर, फारवर्ड या कमेंट करने से बचें।












