कोरबा, हरदीबाजार:* एक ऑटो चालक ने आर्थिक प्रताड़ना और मानसिक उत्पीड़न के कारण अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक ने अपने अंतिम समय में फेसबुक पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए आरोप लगाया कि मुड़ापार निवासी एक युवती और पुलिस उससे लगातार धमकी दे रही थी।
मृतक अशोक यादव उर्फ सोनू यादव (35 वर्ष) ने फेसबुक पर लिखा कि वह युवती द्वारा आर्थिक रूप से दोहन का शिकार हो रहा था और उसे मानसिक तनाव से गुजरना पड़ रहा था। उसने अपने पोस्ट में स्पष्ट किया कि युवती और कुछ पुलिसकर्मियों ने उसे फोन करके धमकी दी थी, जिसके कारण उसने आत्मघाती कदम उठाने का फैसला किया। उसने लिखा, “मैं पैसा नहीं देने पर फंसाया जा रहा हूं।”
मृतक ने 23 अगस्त 2024 को हरदीबाजार थाना में लिखित शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उसने युवती पर तीन साल से चल रही ब्लैकमेलिंग का आरोप लगाया था। हालांकि, उसके बाद युवती ने माफी मांगकर शिकायत वापस करा ली थी, लेकिन फिर से ब्लैकमेलिंग का सिलसिला शुरू हो गया। युवक के परिजनों का कहना है कि पुलिस ने इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं की और युवक को धमकाया जाता रहा।
युवक के इस आत्मघाती कदम ने उसके निवास क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। उसके परिवार के लोग शोक में डूबे हुए हैं और स्थानीय समुदाय में इस घटना को लेकर चिंता और आक्रोश व्याप्त है।
पुलिस इस मामले की जांच कर रही है, लेकिन स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि समय पर उचित कार्रवाई की गई होती, तो शायद इस युवक की जान बचाई जा सकती थी। यह घटना समाज में मानसिक स्वास्थ्य और महिला प्रताड़ना के मुद्दे पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है।