रायपुर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के छत्तीसगढ़ दौरे से ठीक पहले, प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री ननकी राम कंवर ने राइस मिलर्स की हड़ताल और किसानों के मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए एक पत्र लिखा है। कंवर ने अपने पत्र के माध्यम से अमित शाह का ध्यान इस हड़ताल की ओर आकृष्ट किया और राज्य सरकार की नीतियों और मंशा पर सवाल खड़े किए।
पूर्व गृहमंत्री ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार किसानों से धान खरीदने में विफल हो रही है। उन्होंने कहा कि सरकार की उदासीनता से न केवल किसान बल्कि राइस मिलर्स भी परेशान हैं। कंवर ने पत्र में उल्लेख किया कि मिलर्स को बकाया भुगतान न मिलने से उनकी स्थिति दयनीय हो गई है, जिससे प्रदेश में धान खरीदी प्रक्रिया बाधित हो रही है।
सरकार की मंशा पर सवाल
ननकी राम कंवर ने कहा, “ऐसा प्रतीत होता है कि राज्य सरकार किसानों से धान खरीदने को लेकर गंभीर नहीं है।” उन्होंने राइस मिलर्स और सरकार के बीच सामंजस्य स्थापित करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री से हस्तक्षेप की अपील की।
मिलर्स की समस्याओं पर प्रकाश
कंवर ने अपने पत्र में राइस मिलर्स की समस्याओं को विस्तार से बताते हुए कहा कि बकाया भुगतान न होने के कारण मिलर्स आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं। उन्होंने केंद्रीय गृहमंत्री से आग्रह किया कि वे राज्य सरकार पर दबाव बनाकर इस समस्या का समाधान कराएं।
किसानों की चिंता
पूर्व गृहमंत्री ने यह भी कहा कि इस स्थिति का सीधा असर किसानों पर पड़ रहा है। यदि समय पर धान की खरीदी नहीं हुई, तो किसान आर्थिक संकट का सामना करेंगे। कंवर ने इसे एक गंभीर स्थिति बताते हुए केंद्र से त्वरित कदम उठाने की मांग की।
समस्या का समाधान जरूरी
इस पूरे मामले में राज्य सरकार की चुप्पी और उदासीनता पर सवाल खड़े करते हुए कंवर ने किसानों और मिलर्स की समस्याओं को प्राथमिकता से हल करने की अपील की। उनका कहना है कि राज्य में धान खरीदी प्रक्रिया को सुचारू रूप से चलाने के लिए केंद्र का हस्तक्षेप आवश्यक है।