
रिपोर्टकर्ता द्वारा मृतक के परिजनों के बताये अनुसार टेकमणी की मृत्यु मोटरसाइकिल से स्वयं गिरकर एक्सीडेंट होना बताया गया । घटना को लेकर मृतक के माता-पिता द्वारा भी टेकमणी की मृत्यु रोड एक्सीडेंट से होना बताए । घटना को लेकर थाना लैलूंगा में मर्ग पंचनामा कार्यवाही कर शव एवं घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया गया। मृतक के शरीर में आयी चोट, मौके पर पड़ी बाइक और शव की स्थिति संदेहास्पद प्रतीत हुआ, लैलूंगा पुलिस द्वारा प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए शीघ्र पीएम रिपोर्ट प्राप्त किया गया । पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर पीएमकर्ता डॉक्टर द्वारा मृतक की मृत्यु “हत्यात्मक” बताते हुए बताते हुए गला दबाने, दम घुटने तथा सिर में प्राणघातक चोट के कारण अत्यधिक रक्त स्राव से मृतक की मृत्यु होना बताया गया।
शव मिलने का स्थान तथा मृतक के घर की दूरी ज्यादा नहीं थी, थाना प्रभारी लैलूंगा उपनिरीक्षक रमाशंकर तिवारी एवं हमराह स्टाफ के साथ जांच पड़ताल में मृतक के घर गए । जहां मृतक के घर के आंगन में गोबर से लिपा-पोती और कई जगह जमीन की हल्की खुदाई (छिलाई) दिखा । परछी, चौखट, कोलाबाड़ी से लेकर घर के पीछे आमरोड़ की ओर श्रृख्लाबद्ध रूप से खून जैसे दाग पड़े दिखे । घटना जो सामान्य एक्सीडेंट बतायी जा रही थी उस पर जांच टीम को संदेह हुआ । मृतक के माता पिता ने बताया कि मुर्गे को काटे थे उसी का खून होगा। थाना प्रभारी द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री सदानंद कुमार को वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया जिनके मार्गदर्शन पर फॉरेंसिक विशेषज्ञों की टीम एवं जनप्रतिनिधि व गांव के प्रमुख व्यक्तियों को मृतक के घर पर बुलाया गया। फॉरेंसिक टीम द्वारा ब्लड के सैंपल कलेक्ट कर रासायनिक परीक्षण के लिए भेजा गया था । फॉरेंसिक रिपोर्ट में कलेक्ट किए गए रक्त को मानव रक्त बताया गया जिस पर पुलिस टीम को मृतक के घरवालों पर वारदात को अंजाम देने का संदेह हुआ । थाना प्रभारी लैलूंगा द्वारा एसडीओपी धरमजयगढ़ श्री दीपक मिश्रा के मार्गदर्शन पर सभी संदेहियों को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ किया गया।