दिल्ली पुलिस ने बिना अनुमति रैली करने के आरोप में विश्व हिंदू परिषद (VHP) सहित कई हिंदू संगठनों के खिलाफ FIR दर्ज की है। 9 अक्टूबर को इस रैली में भड़काऊ बयान दिए गए थे। VHP ने केस दर्ज होने को हास्यासद बताया। VHP प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि पुलिस कह रही है कि रैली में भड़काऊ बयान दिए गए हैं, जबकि पुलिस मौके पर ही मौजूद थी।
दिल्ली के दिलशाद गार्डन में VHP की विराट हिंदू महासभा आयोजित की गई थी। मंच से संत योगेश्वर आचार्य ने समुदाय विशेष के लोगों को चुन-चुनकर मारने के लिए कहा था। मंच से ही एक और संत नवल किशोर ने हिंदुओ से बंदूक उठाने की अपील की थी। रैली में मौजूद BJP सांसद प्रवेश वर्मा ने भी समुदाय विशेष के बहिष्कार के नारे लगवाए थे। सांसद ने कहा कि हम उनकी दुकानों से कुछ नहीं खरीदेंगे, हम उन्हें रोजगार नहीं देंगे।
पुलिस ने रैली की अनुमति नहीं लेने पर IPC की धारा 188 के तहत आयोजकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस के दावे को खारिज करते हुए विनोद बंसल ने कहा कि रैली में हजारों लोग थे। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस मौके पर मौजूद थी। बंसल ने आगे कहा कि अनुमति तो छोड़िए, हमने तो पुलिस अधिकारियों के सुझाव और सिफारिश से रैली की जगह को चुना था।












