Tehsildar Threatens Farmer : रामानुजगंज, छत्तीसगढ़ – छत्तीसगढ़ सरकार की किसान हितैषी नीतियों और सुदृढ़ धान खरीदी व्यवस्था ने प्रदेश के किसानों के जीवन में आर्थिक स्थिरता और आत्मविश्वास का नया संचार किया है। शासन द्वारा 3100 रुपए प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदी और समय पर भुगतान ने किसानों का खेती के प्रति भरोसा और उत्साह दोनों बढ़ाया है। लेकिन किसानों के साथ अधिकारियों की बदसलूकी का मामला लगातार सामने आ रहा है। हाल ही में वाड्रफनगर के बरती धान खरीदी केंद्र पर तहसीलदार द्वारा किसान को धमकाने का एक विवादित मामला प्रकाश में आया।
मामला क्या है?
मिली जानकारी के अनुसार, बरती धान खरीदी केंद्र में एक किसान हमाली के भुगतान को लेकर प्रबंधक से सवाल कर रहा था। किसान का आरोप है कि हमाली के पैसे समय पर नहीं दिए जा रहे थे, और इसी मुद्दे पर वह अपनी बात रखना चाहता था।मौके पर मौजूद तहसीलदार दिनेश नेट्टी ने किसान की बात सुनने के बजाय उन्हें धमकाते हुए कहा कि:
“अपनी बात रखने के लिए समय ले लीजिए, काम में बाधा मत डालिए।”
इसके साथ ही तहसीलदार ने अपने सहयोगी से पुलिस को बुलाने की बात भी कह डाली।
किसानों की नाराजगी
इस घटना से किसान बेहद नाराज और असंतुष्ट हैं। उन्होंने कहा कि वे अपनी किसानी मेहनत के सही भुगतान और सुनवाई का अधिकार चाहते हैं, लेकिन अधिकारियों की इस तरह की कार्रवाई से उनका भरोसा कम होता जा रहा है। किसानों का यह भी कहना है कि सरकार की नीतियां अच्छी हैं, लेकिन स्थानीय अधिकारियों के व्यवहार से किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है।












