
समीक्षा बैठक में कलेक्टर ने आयुष्मान भारत की समीक्षा की और निर्देश दिए छूटे हुए लोगों का आधार अपडेट के साथ ही सात दिवस के भीतर आयुष्मान कार्ड बनाया जाएं। उन्होंने कार्य नहीं करने वाले कर्मचारियों को निलंबित करने के निर्देश सीएमएचओ को दिए। कलेक्टर ने विकासखंड स्तर पर प्रायवेट चिकित्सालयों के आयुष्मान में फर्जी क्लेम की निगरानी बीएमओ को करने के निर्देश देते हुए कहा कि किसी भी स्थिति में फर्जी क्लेम नहीं होना चाहिए। उन्होंने सीएमएचओं को निजी अस्पतालों के क्लेम पुटअप करने के निर्देश दिए। मातृ स्वास्थ्य की समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि समस्त गर्भवती माताओं में एचआरपी की पहचान कराना है। उन्होंने कहा कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तथा उप स्वास्थ्य केन्द्रों में यदि दिन में प्रसव हो सकता है दिन में और रात्रि में हो सके तो रात्रि में भी प्रसव करावें। गर्भवती महिलाओं को अनावश्यक रेफर ना करें। उन्होंने कहा कि सभी स्वास्थ्य केंद्रों में निर्धारित लक्ष्य अनुसार प्रसव कराया जाएं। जहाँ 20 से ज्यादा प्रसव हो रहे हैं वहाँ संसाधनों की कमी नहीं होनी चाहिए। कलेक्टर ने रानी धनराज कुंवर शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 02 स्त्री रोग विशेषज्ञ के होते हुए भी महिलाओं के कम उपचार होने की बात कहते हुए सुधार के निर्देश दिए। मातृ मृत्यु की समीक्षा के दौरान बताया गया कि 102 एम्बूलेंस में ईएमटी नियुक्त नहीं है। आपात स्थिति में प्रसव हो जाता है तो परेशानी होती है इस पर कलेक्टर ने निर्देशित किया कि डीएमएफ से ईएमटी की नियुक्ति की जाएं। एनआरसी की समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि एनआरसी में 100 प्रतिशत आक्यूपेंसी होना चाहिए। शिशु मृत्यु संस्थागत कमी से नहीं होना चाहिए। कलेक्टर ने सिकल सेल के मरीजों का इलेक्ट्रोफोरेसिस जॉच करवाकर दिव्यांग कार्ड बनाने के निर्देश दिए। समीक्षा के दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि नाक, कान, गला से संबंधित चिन्हांकित मरीजों तथा मोतियाबिन्द के रेफर मरीजों का उपचार एवं ऑपरेशन तथा सभी प्रकार की सेवाएं जिनका उपचार मेडिकल कॉलेज में हो सकता है उनका उपचार किया जाएं। उन्होंने सीएचसी में शिविर लगाकर उपचार करने, मोतियाबिन्द मरीजों की सर्जरी कराने और बीएमओ को फॉलोअप करने के निर्देश दिए। उन्हांने निर्देशित किया कि समस्त राष्ट्रीय कार्यक्रमों की शतप्रतिशत उपलब्धि प्राप्त करें।
बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, जिला स्वास्थ्य अधिकारी, जिला टीबी एवं कुष्ठ अधिकारी, जिला टीकाकरण अधिकारी, जिला कार्यक्रम प्रबंधक, समस्त नोडल अधिकारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम, शहरी कार्यक्रम प्रबंधक, आरएमएनसीएचए, समस्त खण्ड चिकित्सा अधिकारी, समस्त विकासखण्ड कार्यक्रम प्रबंधक तथा अन्य अधिकारी और कर्मचारी उपस्थित थे।