रायपुर। बेमौसम बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ के मौसम में बड़ा बदलाव आया है. राजधानी रायपुर में पारा एक झटके में छह डिग्री नीचे उतर आया है. वहीं दूसरी ओर रबी की फसल के साथ-साथ खेतों में उगाई गई सब्जियों को नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और ओडिशा से झारखंड तक द्रोणिका/पवन विच्छिन्नता चल रही है, जिसमें उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. इस वजह से आज छत्तीसगढ़ के एक–दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने तथा 30-40 किमी प्रति घण्टे की गति से तेज हवा चलने और ओला वृष्टि की अति संभावना है. वहीं कल याने 20 मार्च को प्रदेश के एक–दो स्थानों गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की अति संभावना जताई गई है.
आज छत्तीसगढ़ में गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की अति संभावना, अलर्ट जारी
रायपुर। बेमौसम बारिश की वजह से छत्तीसगढ़ के मौसम में बड़ा बदलाव आया है. राजधानी रायपुर में पारा एक झटके में छह डिग्री नीचे उतर आया है. वहीं दूसरी ओर रबी की फसल के साथ-साथ खेतों में उगाई गई सब्जियों को नुकसान पहुंचा है. मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण आंतरिक कर्नाटक से आंतरिक कर्नाटक, तेलंगाना, छत्तीसगढ़ और ओडिशा से झारखंड तक द्रोणिका/पवन विच्छिन्नता चल रही है, जिसमें उत्तरी छत्तीसगढ़ और आसपास औसत समुद्र तल से 0.9 किमी ऊपर चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है. इस वजह से आज छत्तीसगढ़ के एक–दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ वज्रपात होने तथा 30-40 किमी प्रति घण्टे की गति से तेज हवा चलने और ओला वृष्टि की अति संभावना है. वहीं कल याने 20 मार्च को प्रदेश के एक–दो स्थानों गरज-चमक के साथ वज्रपात होने की अति संभावना जताई गई है.
