
कोरबा. वन नेशन वन कार्ड नीति लागू होने के बाद से सर्वर और इ-पॉस मशीन में खराबी की वजह से नवंबर माह में गरीब व जरूरतमंद परिवारों की परेशानी बढ़ गई है नवंबर का महीना खत्म होने की कगार पर है। लेकिन जिले के गरीब परिवारों को प्रशासन सस्ते अनाज का वितरण नहीं कर सका है। विभाग अब तक 80 हजार 396 परिवार को ही राशन बांट सकी है। जबकि एक लाख 93 हजार से अधिक परिवार राशन लेने से वंचित हैं।
जिले के भाजपा नेता केदारनाथ अग्रवाल ने प्रशासनिक अधिकारियों से आग्रह किया है कि वे गरीबों की समस्या को समझें और जल्द से जल्द तकनीकी खामी को दूर कर राशन का वितरण करें अब तक जिले के अधिकांश क्षेत्रों में राशन का वितरण नहीं हो सका है । जिसके कारण गरीबों की समस्या काफी बढ़ गई है । आए दिन दुकानों के चक्कर लगाने के कारण मजदूर अपने काम पर भी नहीं जा पा रहे हैं । जिसके कारण उन्हें दोहरी मार पड़ रही है।
हितग्राही रोजाना पीडीएस दुकान का चक्कर काटने को मजबूर हो रहे हैं। दुकान संचालक ई-पॉस और सर्वर में खराबी बता रहे हैं।
कलेक्टर ने इस गंभीर मसले को लेकर खाद्य विभाग के अधिकारी से जानकारी ली। कलेक्टर ने जल्द ही समस्या के निराकरण के साथ राशन वितरण के सख्त निर्देश दिए गए हैं।
जिले में प्राथमिकता, अंत्योदय, निराश्रित व निःशक्त हितग्राहियों की संख्या लगभग दो लाख 73 हजार 954 है। जिन्हें 496 शासकीय दुकान से वितरण किया जा रहा है। नवंबर माह के शुरूआत से ही बार-बार सर्वर में खराबी आ रही है। इसी माह से 16 नवंबर से ब्लूतूथ सिस्टम से वाली 5 इ-पॉस समेकित तौल मशीन चालू किया गया है। जबकि इसमें से अधिकांश – दुकानों में मशीने खराब है। इसके लिए जिले में सिर्फ दो इंजीनियर है। इस कारण सैंकड़ों दुकानों से राशन वितरण नहीं हो रहा है। इस कारण हितग्राही परिवार को राशन नहीं मिल रहा है। इस संबंध में कलेक्टर ने खाद्य विभाग के अधिकारियों पर नाराजगी की है ।
जिले में हितग्राही परिवारों के आंकड़े देखें तो दो लाख 73 हजार 954 है। 80 हजार 396 परिवार को राशन वितरण किया जा चुका है नवंबर माह में अब तक 30 फीसदी परिवार को राशन वितरण किया जा सका। 70 फीसदी परिवार अब भी राशन नहीं ले पाएं हैं। इस कारण दुक के बाहर हितग्राहियों की लंबी कतार लग रही है।












