कोरबा। साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड (एसईसीएल) के गेवरा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत अमगांव, दर्राखांचा और जोकही डबरी के ग्रामीणों ने शुक्रवार को जबरदस्त विरोध प्रदर्शन करते हुए खदान की ब्लास्टिंग पूरी तरह ठप कर दी। नाराज ग्रामीणों का कहना है कि हैवी ब्लास्टिंग से उनके घरों पर पत्थर और बोल्डर गिर रहे हैं, जिससे मकान क्षतिग्रस्त हो रहे हैं और जान का खतरा बना हुआ है।

ब्लास्टिंग ने छीन लिया सुकून

ग्रामीणों का आरोप है कि एसईसीएल प्रबंधन की अनदेखी के चलते उनके घरों की दीवारें और छतें टूट रही हैं। ब्लास्टिंग के समय इतना भयावह धमाका होता है कि लोग अपने घरों से बाहर निकलने को मजबूर हैं। अमगांव की बुजुर्ग महिला अख्तीबाई का कहना है कि उनके घर से महज 10 मीटर दूर हुए ब्लास्टिंग के दौरान भारी बोल्डर घर में गिरा, जिससे उनकी जान बाल-बाल बची। इस घटना ने ग्रामीणों को उग्र कर दिया।