knn24news/ पिछले वित्तीय वर्ष में काेल कंपनी एसईसीएल काेयला उत्पादन लक्ष्य से पिछड़ गई। नए वर्ष में इसका उत्पादन लक्ष्य कम कर दिया गया है। इसके साथ ही अब काेल कंपनी के सभी क्षेत्राें के लिए चालू वित्तीय वर्ष के लिए नया काेल प्राेडक्शन टारगेट तय कर दिया गया है। एसईसीएल की मेगा प्रोजेक्ट व एशिया के बड़े खदानाें में शामिल गेवरा प्रोजेक्ट के लिए इस बार 45 मिलियन टन काेयला उत्पादन का लक्ष्य दिया गया है।
दूसरे मेगा प्रोजेक्ट कुसमुंडा के लिए 42 मिलियन टन, काेरबा एरिया के लिए 6.98 मिलियन टन उत्पादन लक्ष्य दिया गया है। इसमें दीपका एरिया का लक्ष्य बीते वर्ष की तरह 35 मिलियन टन ही रखा गया है। इस खदान से 40 मिलियन टन काेल प्राेडक्शन के लिए अनुमति मिल चुकी है। लेकिन विस्तार का कार्य अपेक्षा अनुसार आगे नहीं बढ़ने की वजह से उत्पादन प्रभावित हा़े रहा है। इसलिए फिलहाल प्रबंधन ने दीपका के लिए 35 मिलियन टन ही उत्पादन टारगेट दिया गया है। दीपका खदान से बीते वर्ष 98 प्रतिशत तक काेयला उत्पादन हुआ। जबकि गेवरा व कुसमुंडा खदान में काेयला उत्पादन ज्यादा ही पीछे रहा। पिछले वित्तीय वर्ष में काेराेना काल व अन्य परिस्थितियाें काे देखते हुए काेरबा एरिया के लिए 7.16, कुसमुंडा के लिए 46, दीपका के लिए 35 और गेवरा एरिया के लिए 47.34 मिलियन टन लक्ष्य किया गया था। लेकिन चाराें खदान में तय लक्ष्य तक नहीं पहुंच पाए थे।
 
			





