कोरबा जिले के कनकी गांव में शुक्रवार रात करीब 12 बजे एक अत्यंत विषैला सांप रसेल वाइपर (Daboia russelii) देखा गया। ग्रामीणों की सूचना पर मौके पर पहुंची वन विभाग और नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी की टीम ने इस विषैले सांप को सुरक्षित रूप से पकड़कर वन क्षेत्र में छोड़ दिया।
रसल वाइपर सांप का किया गया सफल रेस्क्यू
ग्रामवासी गिरधारी लाल राजवाड़े ने बताया कि वह रात में बाथरूम के लिए घर से बाहर निकले थे, तभी उन्हें एक सांप दिखा। पहले उन्होंने इसे आम सांप समझा, लेकिन जब रौशनी पड़ने पर चमक दिखाई दी और सांप की फुर्ती देखी, तो शक गहराया। उन्होंने तुरंत स्नेक कैचर टीम को सूचना दी, जिसके बाद मौके पर पहुंचकर टीम ने रसेल वाइपर को सुरक्षित पकड़ा और उसे वन क्षेत्र में छोड़ दिया।
छेड़छाड़ पर प्रेशर कुकर जैसी तेज आवाज निकालता
कई बार इसे लोग अजगर समझने की भूल करते हैं, जिससे दुर्घटना हो जाती है। यह सांप बहुत गुस्सैल होता है और छेड़छाड़ करने पर प्रेशर कुकर जैसी तेज आवाज निकालता है। सौभाग्य से इसका एंटी-वेनम भारत में उपलब्ध है और पॉलीवेलेंट एंटी-स्नेक वेनम बनाने में इसका उपयोग होता है।