कोरबा में रोजगार को लेकर बवाल: नीलकंठ कंपनी के खिलाफ छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना का प्रदर्शन, दर्जन भर से अधिक कार्यकर्ता हिरासत में

कोरबा। स्थानीय बेरोजगारों को रोजगार देने की मांग को लेकर शुक्रवार सुबह छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना ने जोरदार आंदोलन किया। आंदोलन की शुरुआत होते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। उन्हें बसों में भरकर कुसमुंडा थाने ले जाया गया, जहां पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

यह पूरा मामला एसईसीएल खदान में कार्यरत नीलकंठ कंपनी से जुड़ा है। संगठन के सदस्यों का आरोप है कि कंपनी ने स्थानीय युवाओं को रोजगार देने का वादा तो किया, लेकिन न तो पुलिस सत्यापन प्रक्रिया पूरी की और न ही सूचीबद्ध स्थानीय वाहन चालकों की नियुक्ति की। इसके बजाय कंपनी लगातार बाहरी राज्यों से वाहन चालकों को बुलाकर काम करा रही है, जिससे स्थानीय युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है।

प्रदर्शन के दौरान संगठन के सदस्य कंपनी का गेट जाम करने पहुंचे थे, लेकिन पहले से तैनात पुलिस बल ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद पुलिस ने सभी प्रमुख प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। प्रदर्शनकारियों को बस में बैठाकर थाने लाने के वीडियो और तस्वीरें भी सामने आई हैं।

स्थानीय होने के बावजूद अवसर से वंचित: प्रदर्शनकारियों का आरोप
छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के कार्यकर्ताओं का कहना है कि स्थानीय युवाओं को रोजगार दिए जाने की मांग वे कई बार उठा चुके हैं, लेकिन कंपनी ने इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया। इसके चलते क्षेत्र के बेरोजगार युवाओं में भारी असंतोष है। संगठन का कहना है कि स्थानीय लोगों को अवसर से वंचित करना अन्याय है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।