याेनाे अकाउंट हैक, पाैने 18 लाख किए फिक्स डिपाॅजिट

knn24news/ यदि आपके पास केवायसी नहीं हाेने से बैंक अकाउंट हाेल्ड करने संबंधी काॅल आए ताे सतर्क हो जाइए, क्याेंकि ऑनलाइन ठग इसी बहाने से एसबीआई के याेनाे अकाउंट काे हैक करते हुए ओटीपी लेकर पूरी रकम काे अपने नाम से फिक्स डिपाॅजिट (एफडी) करवा ले रहे हैं।

अब तक एसबीआई का याेनाे अकाउंट सुरक्षित माना जा रहा था, लेकिन शहर में ऐसा मामला सामने आया है। गाेविंद प्रसाद कैथवास के साथ इस तरह की ठगी हुई। उनके माेबाइल पर 14 दिन पहले 28 मार्च काे काॅल आया। सामने वाले ने मुंबई एसबीआई के कस्टमर केयर से बात करना बताया। साथ ही यह कहा कि बैंक ने फरवरी में केवायसी करने का मैसेज भेजने के बाद भी नहीं कराने से बैंक अकाउंट हाेल्ड कर बैलेंस जीराे कर दिया है। आपका केवायसी हम यहीं से अपडेट कर देंगे। आपके पास केवायसी मैसेज आया है, उसे बता दीजिए।

जब तक केवायसी नहीं कराएंगे, तब तक अकाउंट हाेल्ड रहेगा। बगैर केवायसी पैसा नहीं निकलेगा। गाेविंद काे संदेह हुआ ताे उन्हाेंने याेनाे एप के जरिए अकाउंट का बैलेंस चेक किया। इसमें बैलेंस जीराे दिखाने पर उनके हाेश उड़ गए। तब उन्हाेंने रामपुर चाैकी पहुंचकर याेनाे एप इंटरनेट बैंकिंग से ठगी हाेने की शिकायत की। रामपुर चाैकी सह सायबर सेल प्रभारी मयंक मिश्रा कार्रवाई में जुट गए। रविवार हाेने से बैंक बंद था। साेमवार काे हाेली की छुट्टी थी। ऐसे में देरी हाेने पर रकम हाेल्ड नहीं हाे पाती। तब सायबर सेल की टीम ने बैंक काे मेल कर जानकारी दी। बैंक ट्रांजेक्शन काे हाेल्ड कराया। साथ ही बैंक खुलने पर जरूरी प्रक्रिया पूरी कर गाेविंद के बैंक अकाउंट से फिक्स डिपाॅजिट की गई पूरी रकम वापस कराई गई।

पासवर्ड स्ट्रांग रखें, अकाउंट संबंधी जानकारी शेयर न करें
एसपी अभिषेक मीणा ने कहा कि इंटरनेट बैंकिंग या याेनाे यूजर आईडी और पासवर्ड स्ट्रांग रखें। जन्मतिथि, अपना नाम, माेबाइल नंबर समेत अन्य सरल शब्द या अंक न रखें। इससे हैक करना आसान हाे जाता है। ओटीपी या बैंक अकाउंट से संबंधित कोई भी जानकारी किसी से शेयर न करें। इस तरह के सर्तकता बरतकर लाेग ऑनलाइन ठगी से बच सकते हैं।

सरल आईडी-पासवर्ड के जरिए याेनाे अकाउंट हैक
सायबर सेल प्रभारी मयंक मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच में ऑनलाइन ठगाें हैकराें द्वारा योनो एप्स/इंटरनेट बैंकिग यूजर्स का अकाउंट हैक करना प्रतीत हाे रहा है। अकाउंट हाेल्डर द्वारा इंटरनेट बैकिंग आईडी और पासवार्ड सरल या काॅमन शब्द वाले बनाने या लंबे समय तक इन्हें न बदलने से आसानी से हैक कर लेते हैं। ठग याेनाे अकाउंट काे हैक करने के बाद ट्रांजेक्शन करने केवायसी कराने ओटीपी मांगते हैं। फिर पूरी रकम ठग अपने नाम से एफडी कर लेते हैं।