
उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ 5 साल बाद अपने गांव पंचूर पहुंच गए हैं। वह संन्यास के 28 साल बाद पहली बार घर में रात बिताएंगे। योगी से मिलने के लिए उनकी तीन बहनें पहले ही घर पहुंच चुकी हैं। वहीं, उनके तीनों भाई भी घर पर हैं।
इससे पहले पंचूर से दो किमी दूर बिथ्याणी में योगी ने महायोगी गुरु गोरखनाथ राजकीय महाविद्यालय में गुरु अवेद्यनाथ की प्रतिमा का अनावरण किया। गुरु को याद करते हुए सीएम योगी भावुक हो गए। उन्होंने कहा, “आज गुरु की मूर्ति का अनावरण करने और अपने स्कूली गुरुओं का सम्मान करने का सौभाग्य मुझे प्राप्त हुआ। मैं 35 साल बाद अपने गुरुओं से मिल पा रहा हूं। मैं आज जो कुछ भी हूं माता-पिता और गुरु अवेद्यनाथ की वजह से हूं।”
योगी के इस कार्यक्रम को कवर करने के लिए देशभर से मीडिया पहुंचा हुआ है। हालांकि, उत्तराखंड प्रशासन ने योगी के घर से एक किमी पहले ही मीडिया को रोक लिया है।
योगी बोले- जो बातचीत से नहीं मानेंगे, वे कानून से मानेंगे
योगी ने यूपी में लाउडस्पीकर हटाए जाने का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा,”यूपी में लाउडस्पीकर का शोर खत्म हुआ है। एक लाख से अधिक लाउडस्पीकर उतारे गए हैं। कहीं पर भी सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी जा रही है। यूपी में गुंडागर्दी नहीं होती है। जो लोग संवाद से नहीं मानेंगे, वे कानून से मानेंगे। आस्था का सम्मान जरूरी, लेकिन समस्या नजरअंदाज नहीं होनी चाहिए। उत्तर प्रदेश में माफिया की कमर अब टूट चुकी है। अब वो सीधे खड़े नहीं हो पा रहे हैं।”
उन्होंने यह भी कहा, “उत्तराखंड में भाजपा सरकार न बनती तो शायद मैं यहां आज भी नहीं आ पाता। शायद मैं अपने गांव भी नहीं आ पाता। कोरोना काल में हमने लोगों को फ्री चिकित्सा की सुविधाएं दीं। ऐसी ही व्यवस्था हमें अब उत्तराखंड में नजर आती है, जब से हमारी भाजपा सरकार यहां आई है।”












