knn24.com/कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक दिव्यांग महिला ने आरोप लगाया है कि उन्होंने स्थानीय पुलिसकर्मियों की गाड़ी में 10 से 15 हजार रुपए का डीजल डलवा दिया है, ताकि वो उसकी नाबालिग लड़की को ढूंढ़ सकें, जिसका पिछले महीने एक रिश्तेदार ने अपहरण कर लिया था. बैसाखी की मदद से चलने वाली महिला सोमवार को उन पुलिसकर्मियों के खिलाफ शिकायत लेकर कानपुर पुलिस प्रमुख के पास पहुंची. कमिश्नर दफ्तर के बाहर स्थानीय मीडिया से बात करते हुए गुडिया नाम की इस विधवा महिला ने बताया कि उन्होंने पिछले महीने अपनी बेटी के लापता होने की शिकायत दर्ज करवाई थी. लेकिन पुलिस उनकी मदद नहीं कर रही है.  महिला ने बताया, ‘पुलिसवाले कहते रहते हैं कि हम ढूंढ़ रहे हैं. कई बार वो मेरा अपमान करते हैं, मेरी बेटे के चरित्र पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि उसकी ही गलती होगी. पुलिसवाले कहते हैं कि हमारी गाड़ी में डीजल डलवाइए, हम आपकी बेटी को ढूंढ़ने जाएंगे.’

साथ ही पीड़ित महिला ने कहा, ‘कई बार वो कहते हैं कि चल यहां से. मैंने पुलिस को रिश्वत नहीं दी है, मैं झूठ नहीं बोलूंगी. लेकिन हां, मैंने उनकी गाड़ियों में डीजल भरवाया है. मैंने उन्हें 3-4 बार के लिए पैसा दिया है. उस पुलिस चौकी पर दो पुलिसकर्मी हैं. उनमें से एक मेरी मदद कर रहे हैं, और दूसरे ने नहीं की.’

उसने कहा कि डीजल के लिए पैसों के इंतजाम के लिए रिश्तेदार से उधार लिया था. मीडिया से बात करते हुए उसने बताया, ‘मैंने पुलिस प्रमुख से कहा कि मैंने डीजल के लिए 10-15 हजार रुपए का इंतजाम किया था. लेकिन अब बाकि कहां से दें

महिला का वीडियो वायरल होने के बाद कानपुर पुलिस ने ट्वीट करते हुए कहा है कि संबंधित पुलिस चौकी इंचार्ज को हटा दिया गया और मामले की जांच के लिए विभागीय जांच के आदेश दे दिए गए हैं. `पुलिस के टि्वटर हैंडल से एक वीडियो भी पोस्ट किया गया है, जिसमें एक बुजुर्ग महिला को कमिश्नर ऑफिस से संबंधित पुलिस थाने लाते हुए दिखाया गया है. ट्वीट में कहा गया है कि महिला की बेटी को ढूंढ़ने के लिए चार टीमें बनाई गई हैं.