knn24.com/रायपुर के इंडोर स्टेडियम में शनिवार को मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत सामूहिक विवाह कार्यक्रम में 3229 जोड़ों की शादी के साथ वर्ल्ड रिकार्ड बना। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल इस कार्यक्रम में पहुंचे और 7 वचनों के साथ परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों से 8वां वचन भी लिया। मुख्यमंत्री ने खास तौर पर दूल्हों से कहा कि मैं आपसे सुपोषण का वचन ले रहा हूं, कि आप अपने पत्नी और पूरे परिवार के पोषण पर ध्यान देंगे। जब महिलाएं सुपोषित होंगी तो बच्चे भी सुपोषित होंगे और हम कुपोषण की समस्या को जड़ से मिटा सकेंगे। इसी के साथ छत्तीसगढ़ भी मजबूत होगा। इस सामुहिक विवाह कार्यक्रम में हिंदू, मुस्लिम, ईसाई और बौद्ध धर्म को मानने वाले जोड़ों की शादी करवाई गई। विवाह, निकाह और मैरिज के इस संगम को देख मुख्यमंत्री भी खुश हुए उन्होंने जोड़ों को इसके लिए बधाई दी। महिला एवं बाल विकास विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक राजधानी रायपुर में 3 ईसाई, 1 मुस्लिम, 236 हिंदू जोड़ों की शादी कराई गई। मुख्यमंत्री और महिला बाल विकास मंत्री ने सभी जोड़ों को सर्टिफिकेट दिया। गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की प्रतिनिधि सोनल राजेश शर्मा ने बताया कि इस मौके सभी जिलों को मिलाकर 2195 जोड़े ऑनलाइन और कुल 3229 जोड़ों की शादी हुई जो कि एक वर्ल्ड रिकॉर्ड है। ऑनलाइन और ऑफलाइन CM ने नव विवाहित जोड़ों से बात की। ज्यादातर लड़कियों से ही सवालों के जवाब दिए। इस पर मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि अच्छा है अभी दूल्हे चुप हैं, वो पत्नी के सामने चुप रहना सीख रहे हैं। मुख्यमंत्री ने रायपुर में अपने संबोधन में कहा कि आज हमें घराती और बराती बनने का अवसर मिला। रायगढ़, कोंडागांव, झीट, दुर्गकोंदल में शादियां हुई हैं। सैंकड़ों माता पिता ने कन्यादान किया है। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर मुझे शामिल होने का अवसर मिला मैं सभी को बधाई देता हूं। यह भी प्रसन्नता का विषय है कि समाज अब फिजूल खर्ची से खुद को अलग कर रहा है। घर में शादी करने से लाखों रुपए खर्च होते हैं। पहले कन्या विवाह योजना के तहत 15 हजार रुपए वर- वधु को दिए जाते थे। मगर हमारी सरकार ने इसे 25 हजार कर दिया है। खुशी इस बात की है। सभी जाति धर्म को मानने वाले लोग इसमें सम्मलित थे। इस सामूहिक शादी के वर वधू ने समाज को नया रास्ता दिखाने का काम किया है।