कोरबा: केंद्र की सत्ता पर काबिज मोदी सरकार की तीनों किसान कानूनों सहित बिजली कानून में संशोधन को वापस लेने की मांग पर 3 दिसम्बर को शाम 6 बजे ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति, छत्तीसगढ किसान सभा व छत्तीसगढ किसान संगठन के संयुक्त पहल पर बांकी मोंगरा में करीब 1 किलोमीटर लंबी रैली में किसानों ने मशाल जुलूस निकालकर अपनी मांगों के समर्थन में आवाज बुलंद की और दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ एकजुटता व्यक्त की. उक्ताशय की जानकारी छत्तीसगढ़ किसान सभा के सुखरंजन नंदी, उर्जाधानी भू-विस्थापित किसान संघर्ष समिति के गजेन्द्र तंवर व छत्तीसगढ किसान संगठन के बी. एल. नेताम ने एक संयुक्त वयान जारी कर दी।
किसान नेताओं ने मोदी सरकार की जमकर आलोचना करते हुये कहा कि कार्पोरेट घरानों के हित में कार्य करते हुए मोदी सरकार ने इन तीनों कानूनों को लाया है। यह कानून देश के किसानों के हित में बिल्कुल भी नहीं है. यह कानून देश के किसानों को पूरी तरह से बर्बाद कर देगी।
जारी अपने संयुक्त बयान में उन्होंने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य में सरकारी खरीदी को समाप्त कर देने से अब किसान न केवल अपने अनाज को बेचने के लिए पूरी तरह से व्यापारियों व बड़े कार्पोरेट घरानों के रहमो-करम पर निर्भर हो जायेंगे बल्कि वह अपनी उपज के बाजिब दाम से भी वंचित होंगे. इन तीनों कृषि कानूनों में सरकार ने किसानों की हितों को पूरी तरह से तिलांजली दे दी है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाते हुये कहा कि समर्थन मूल्य समाप्त नहीं करने का जो ढिंढोरा सरकार पीट रही है वह पूरी तरह से भ्रामक है क्यों कि जब सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य में अनाज की खरीदी ही नहीं करेगी तो समर्थन मूल्य खत्म करने या नहीं करने का कोई मतलब ही नहीं रह जाता है। किसान नेताओं ने मोदी सरकार से किसान व किसानी के हितों में उन सभी कानूनों को वापस लेने की मांग की है।
किसानों के इस कार्यक्रम में सपूरन कुलदीप, टी.सी. सूरज, ललित महिलांगे, अशोक कंवर, प्रभु सिंह, गजानंद सिंह, कुमार शकुन, फागुन सिंह, विशाल सिंह, चंद्रपाल सिंह, राजकुमार, संतोष यादव, नीलू कंवर, चितरंजन, नारायण, प्रकाश, राजेश यादव, रेशम यादव, सतीश चंद्रा ,सन्तोष कश्यप, रामकुमार, अभिषेक कुमार, धनंजय, तुषार, राजकुमार, विशाल सिंह, संतोष कुमार, शांति बाई, सावित्री बाई, मिथला बाई, संतरा बाई, कमला बाई, मीणा बाई, रीता देवी, नारायण सिंह, विंध्यराज, दिनेश, राकेश, रवि सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए।