knn24.com/ यह कहानी बिल्कुल किसी बॉलीवुड फिल्म की तरह है। इसमें स्ट्रगल है। लव स्टोरी है और उसकी हैप्पी एंडिंग भी। यह कहानी एक लड़की के घर से दूर जाकर अलग पहचान बनाने की भी है। यह कहानी छत्तीसगढ़ में जन्मी 30 साल की ज्योति की है। ज्योति केरल में हो रहे निकाय चुनाव में भाजपा की ओर से उम्मीदवार हैं।

ज्योति के पति विकास केरल के रहने वाले हैं और CISF में हैं। दोनों की मुलाकात 10 साल पहले एक हादसे के साथ हुई। विकास तब छत्तीसगढ़ में थे। 3 जनवरी 2010 को दोनों दंतेवाड़ा में एक ही बस में सवार थे। ज्योति कॉलेज हॉस्टल से घर जा रहीं थीं। विकास उसकी सामने वाली सीट पर बैठे थे। वह दंतेवाड़ा कैंप में अपने भाई से मिलकर लौट रहे थे। रास्ते में वह बस की खिड़की पर सिर रखकर सो गए।

इसी बीच ज्योति ने देखा कि बस के सामने एक बेकाबू ट्रक आ रहा है। उन्होंने विकास को बचाने के लिए उन्हें दूसरी ओर धकेल दिया। ऐसा करते वक्त उनका दायां हाथ बुरी तरह जख्मी हो गया। ज्योति को अस्पताल ले जाया गया। वहां डॉक्टरों ने बताया कि उनका हाथ काटना होगा।

जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बना हादसा

हादसे के बाद ज्योति को अपनी जिंदगी बर्बाद होती दिखी। उनकी BSC नर्सिंग की पढ़ाई छूट गई। उन्हें मम्मी-पापा को भी कुछ समझ नहीं आ रहा था। बाद में यही हादसा उनकी जिंदगी का टर्निंग पॉइंट बन गया। विकास ने ज्योति के सामने शादी का प्रस्ताव रखा। दोनों के परिवार राजी हुए तो ज्योति और विकास शादी के बंधन में बंध गए। इसके बाद वे केरल आ गए।

रसोई से सीधे सियासत के मैदान में

यहां ज्योति की जिंदगी में एक और मोड़ आया। वे घर की रसोई से सीधे सियासत के मैदान में आ गईं। ज्योति कोल्लमगोडे पंचायत ब्लॉक चुनाव में भाजपा की ओर से प्रत्याशी हैं।

केरल में रहकर मलयालम सीखी

केरल में रहते हुए उन्होंने मलयालम भी सीख ली। चुनाव प्रचार के दौरान वे लोगों से उन्हीं की भाषा में बात करती हैं। ज्योति का कहना है कि उन्हें उम्मीद नहीं थी कि भाजपा उन्हें प्रत्याशी बनाएगी। हालांकि, यहां के लोगों की ओर से अच्छा रिस्पांस मिल रहा है।