कोरबा: मोतीसगर एवं ओर अन्य बस्ती में खुलेआम बिजली हो रही है चोरी इधर बिजली चोरों और अधिकारियों की मिलीभगत भी छत्तीसगढ़ विद्युत वितरण के लिए परेशानी का सबब बनी हुई है। हालत यह है कि बिजली वितरण केंद्रों से उपभोक्ताओं तक सप्लाई के बीच ही एक-तिहाई से ज्यादा बिजली चोरी हो जाती है। कुछ स्थानों पर तो 60 से 65 फीसदी तक बिजली चोरी हो जाती है, इस पूरे नुक्सान का हिसाब लगाएं तो हर साल यह आंकड़ा 1,300 से 1,400 करोड़ रु. बैठता है।
इसमें संदेह ही लगता है क्योंकि यहां अजब-गजब तरीकों से बिजली चोरी की घटनाएं दिन-ब-दिन कोरबा जिला में बढ़ती ही जा रही हैं।