knn24.com/कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता की सड़कों पर साल भर में दूसरी बार विवादित नारा ‘गोली मारो’ (देशद्रोहियों को गोली मारो) गूंजा. इस बार मौका था राज्य की सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस की पदयात्रा का, जिसमें पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं, सांसदों समेत ममता बनर्जी सरकार के वरिष्ठ मंत्री भी शामिल थे.
दक्षिणी कोलकाता में यह पदयात्रा विपक्षी भारतीय जनता पार्टी के रोड शो के जवाब में आयोजित की गई थी. टीएमसी ने इस पदयात्रा में अपना शक्ति प्रदर्शन किया. बीजेपी ने सोमवार को इसी रूट पर अपना रोड शो आयोजित कर अपनी बढ़ती ताकत का इज़हार किया था. तब बीजेपी और तृणमूल समर्थकों के बीच तीन जगहों पर झड़पें भी हुई थीं.
एक दिन बाद मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस की पदयात्रा में पार्टी समर्थकों ने झंडा लहराते हुए पत्थर भी फेंके. इससे खफा बीजेपी समर्थकों ने उनका पीछा करते हुए कुछ टीएमसी समर्थकों की पिटाई कर दी. हालांकि, टीएमसी ने इस पदयात्रा को शांति मार्च का नाम दिया था और ठीक उसी रास्ते को पदयात्रा के लिए चुना था जिस रास्ते एक दिन पहले बीजेपी ने रोड शो किया था. इस पदयात्रा की अगवानी राज्य के ऊर्जा मंत्री शोभनदेब चटोपाध्याय और मेयर देबाशीष कुमार समेत कई नेता कर रहे थे.