कोरबा: ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा द्वारा कार्य को समय पर पूर्ण कराने के लिए अधिकतम प्रयास रिक्त रहता है। लेकिन कोरोना काल में कार्य पूर्ण होने के बाद भी भुगतान नहीं होपा रहा है। ठेकेदार जैसे तैसे अपने किए गए कार्य का मूल्यांकन तो करा ले रहे हैं,लेकिन कार्य पूर्ण होने के बाद भी कार्य के भुगतान के लिए ऑफिस के कई चक्कर लगाने पड़ रहे हैं।
कोरबा के अंतर्गत चल रहे निर्माण कार्य का निर्धारित समयावधि में कार्य पूर्ण तो हो जा रहा है लेकिन भुगतान नही हो रहा है। जिसकी वजह से शहरी एवं ग्रामीण अंचलो में चल रहे निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे है। शहरी एवं ग्रामीण अंचल में निर्माणाधीन नए भवन भी खंडहर मे तब्दील हो रहे है। इसी तरह ग्राम पंचायतो में चल रहे निर्माण कार्य का भी यही हाला है। जानकारी के मुताबिक निर्माण कार्य पूर्ण होने के बाद भी ठेकेदारों को अपने भुगतान के लिए महीनो चक्कर लगाना पड़ता है तब भी भुगतान नहीं हो पा रहा है। गौरतलब है कि कोरोनाकाल में ठेकेदारों की आर्थिक स्थिति ख़राब है और ऊपर से ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा के कार्यशैली से ठेकेदार व सरपंच परेशां हो चुके है।

इस विषय में जब कार्यपालन अभियंता ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग कोरबा से बात की गई तो उनके द्वारा कहा गया कि अभी तक सरकार की तरफ से भुगतान की राशि नहीं की गई है तो हमारे द्वारा ठेकेदारों को भुगतान कहां से करेंगे।