कोरबा: छुरी में स्थापित वंदना एनर्जी को बेचने की साजिश नाकाम हो गई है और बैंक के दो एजेंट के खिलाफ धोखाधड़ी का अपराध दर्ज हुआ है। कर्ज में डूबे वंदना एनर्जी की संपत्ति पहले से बैंक जब्त कर ली है। कर्जा वसूली के लिए बैंक ने एजेंट के माध्यम से जब जमींन , स्ट्रक्चर और प्लांट को बेचने निविदा बुलाया गया जिसमे कथित बैंक के दो एजेंटो पर ढाई करोड़ का फर्जीवाड़ा करने का आरोप लगाते हुए कम्पनी के लीगल एडवाइजर ने कटघोरा थाना में अपराध दर्ज कराया है।
कटघोरा पुलिस के मुताबिक छुरी में स्थापित वंदना एनर्जी पर बैंको की करोडो देनदारी है। जिससे सयुंक्त रूप से तीन बैंक में वंदना एनर्जी की संपत्ति जब्त कर ली है। अब बैंक कम्पनी के इंस्फ्राटक्चर और जमींन को बेंचकर कर्जा वसूल करना चाहता है। इस कड़ी में कम्पनी के स्ट्रक्चर , प्लांट व जमींन को बेचने के लिए एजेंट संजय गुप्ता व असीम अंसारी दिल्ली के माधयम से ऑक्शन किया गया था। कम्पनी के लीगल एडवाइजर शशिकांत सिन्हा ने बैंक के एजेंट पर आरोप लगाया है कि बैंक वंदना एनर्जी का परिसंपत्ति को तो बेंच सकती है लेकिन को बेचने का अधिकार नहीं है और कमनी के एजेंट ने जमीं को बेचने का सौदा किया है जो की पूर्ण रूप से गलत है। प्रार्थी की तहरीर पर कटघोरा पुलिस ने बैंक के एजेंट संजय गुप्ता और असीम अंसारी पर धोखाधड़ी का अपराध दर्ज किया है।
कंपनी पर 223 करोड़ का कर्जा
वंदना एनर्जी की 35 मेगावाट संयंत्र की संपत्ति आखिरकार बैंकों ने पहले ही जब्त कर लिया है । कंपनी पर 223.71 करोड़ का कर्जा है , किश्त की राशि नहीं पटाई जा रही थी। इसकी वजह से ब्याज भी लगातार बढ़ रहा था। लगातार नोटिस दिए जाने के बाद भी किश्त की राशि नहीं पटाई गई। अंततः संयुक्त रूप से तीन बैंकों ने संयंत्र की जमीन, प्रशासनिक भवन व प्लांट की मशीनरी को जब्त किया है।ग्राम छुरीखुर्द के समीप 35-35 मेगावाट की दो इकाई स्थापित करने करीब 8 साल पहले वंदना एनर्जी एंड स्टील्स प्राइवेट लिमिटेड के लिए 29.54 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की गई। कंपनी ने पहले चरण में 35 मेगावाट की एक इकाई स्थापित किया है।
वर्सन
वंदना एनर्जी के परिसंपत्ति को बेचने के लिए बैंक के एजेंटो ने गलत रतरीके से ऑक्शन कराया था जिसकी शिकायत कम्पनी के लीगल एडवाइजर ने की है। प्रति की शिकायत के आधार पर बैंक के दो एजेंट संजय गुप्ता और असीम अंसारी के खिलाफ 420 का अपराध दर्ज किया है।