knn24.com/ कोरबा.नगर पालिक निगम कोरबा हमेशा सुर्खियों में बनी रहती है। कारण है यहां व्याप्त नौकरशाही और नियम कानून को ताख पर रखकर किये जाने वाले फैसले।

नगर निगम कोरबा का ऐसा ही एक मामला फिर सामने आया है। ई- टेंडरिंग का नियम लागू करने के बाद भी अधिकरियों ने अपनी कमाई और चहेतों को काम देने के इतने रास्ते निकाल लिए हैं कि कट-कमीशन का यह ‘निर्मम खेल’ अब भी जारी है। इसकी वजह से विभागों में भ्रष्टाचार पनप रहा है। ठेकेदार परेशान हैं और जनता काम की खराब गुणवत्ता का खामियाजा भुगत रही है। एक सप्ताह पहले ही निगम के अधिकारियों ने मनमानी कार्रवाई कर एक टेंडर को ही निरस्त कर दिया। अब दोबारा टेंडर किया जा रहा। नया टेंडर पिछले टेंडर से अधिक दर पर जाना तय है। ऐसे में शासन को पहुंचने वाली आर्थिक क्षति की भरपाई कौन करेगा? यह सवाल मौजूं है