कोरबा. विगत तीन दशक से एक्स मिलेट्रीमेन के नाम से अपना एकक्षत्र राज कायम करने वाले ACB कंपनी के खिलाफ छत्तीसगढ़ क्रांति सेना ने मोर्चा खोल दिया है आज पत्रकार वार्ता में प्रदेश मंत्री दिलीप मिरी ने दस्तावेज प्रस्तुत करते हुए कहा कि ACB कंपनी द्वारा 23 लोगो के नाम पर फर्जी ढंग से आदिवासियों के नामपर दस्तावेज तैयार करवाकर सैकड़ो एकड़ जमीन उनके नाम खरीदी गई जिसमे अपना उद्योग स्थापित कर भोले भाले आदिवासियों के साथ छल किया गया है मिरी ने दस्तावेजो के साथ बताया कि
1.ईश्वर पक्का पिता जोहन पक्का जातिः – उरांव , 2.रमनाय बानरा पिता पंच बानरा जाति : -मुंडा , 3.रंजीत नका पिता इग्नुश लकड़ा जाति : -उरांव , 4.नंदूनान पिता पियोनाय जाति – मुंडा जिसमें सभी का पता ग्राम : -दुरेना अंकित है , इनके नाम से स्थाई जाति प्रमाण जारी किया गया है.इस संबंध में जब हमने ग्राम – दुरेना में जाके उक्त व्यक्तियों के बारे में गांव वालों से पूछाछ किया गया तो पता चला की उक्त कोई भी व्यक्ति इस नाम से गाँव का मूलनिवासी नहीं है और न ही गाँव वाले ऐसे किसी व्यक्ति को जानते है जिससे हमें लगा और आशंका हुई की उक्त सभी मोर्गा का अनुसूचित जनजाति के नाम से बिना मिसल वंश वृक्ष के फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाया गया है , जो असंवैधानिक व गैरकानूनी है.हमने आगे पता किया तो पता चला , कि कटघोरा अनुविभागीय क्षेत्र के अंतर्गत अनेकों जगह आदिवासियों की जमीन औने पौने दाम में उक्त लोगों द्वारा खरीदी व विक्री किया गया है , बहोत सी जमीनों को ACB कंपनी द्वारा अपने व्यावसायिक उपयोग में किया जा रहा है.एक तरह यह एक सोची समझी रणनीति के तहत इस तरह का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनाया गया , ताकि की अनुभूचित जनजाति के जमीनों को खरीद कर अपने व्यावसाय में उपयोग किया जा सके , यह बहुत बड़ा सुनयोजित सामूहिक अपराध है , और छत्तीसगढ़िया मूलनिवासी आदिवासियों के अधिकार का हनन है , रायगढ़ जिले में भी ऐसे अनेकों फर्जीवाड़ा होने की आशंका है , मिरी ने सभी दस्तावेजो के साथ शिकायत कर जांच की मांग की गई है