रायपुर। आयकर विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए कांट्रैक्टर फर्म पीआरए ग्रुप (PRA Group) में आयकर सर्वे किया, जिसमें करीब 37 करोड़ रुपये की कर चोरी का खुलासा हुआ है। यह कार्रवाई मुख्य आयकर आयुक्त अपर्णा करण, प्रधान आयकर आयुक्त प्रदीप कुमार हेडाऊ तथा संयुक्त आयकर आयुक्त वीरेन्द्र कुमार के निर्देश पर की गई। सर्वे टीम का नेतृत्व आयकर उपायुक्त राहुल मिश्रा ने किया।

पीआरए ग्रुप रोड कंस्ट्रक्शन, सिविल कंस्ट्रक्शन, ब्रिज निर्माण के साथ-साथ रेलवे परियोजनाओं में भी कार्यरत है। फर्म की विभिन्न परियोजनाएं छत्तीसगढ़, झारखंड और राजस्थान में संचालित हो रही हैं। गुरुवार दोपहर रायपुर के रिंग रोड स्थित मुख्य कार्यालय में शुरू हुई यह कार्रवाई शुक्रवार देर रात तक चली।

बोगस खर्चों से कर चोरी का खुलासा
आयकर टीम को कार्यालय में मिले दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस की प्रारंभिक जांच में कर चोरी के कई साक्ष्य मिले। फर्म द्वारा बोगस खर्चे दिखाकर मुनाफा कम दर्शाने की कोशिश की गई थी। आयकर अधिकारियों ने दस्तावेजों, हार्डडिस्क, मोबाइल और लैपटॉप का बैकअप लिया है, जिसे विशेषज्ञों की टीम द्वारा जांचा जाएगा।

फर्म संचालकों का बयान दर्ज, एडवांस टैक्स भरने की सहमति
सर्वे टीम ने कार्यालय में मिले दस्तावेजों के आधार पर फर्म संचालकों के बयान दर्ज किए हैं। अब दस्तावेजों और इलेक्ट्रॉनिक डाटा के मिलान के बाद सर्वे रिपोर्ट तैयार की जाएगी। सूत्रों के मुताबिक, फर्म संचालकों ने आयकर टीम के निर्देश पर एडवांस टैक्स जमा करने की सहमति दी है।