कोरबा: शहर के दर्री रोड स्थित लक्ष्मी नारायण मंदिर के सामने रायपुर के रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति धरने पर बैठ गए हैं. इस धरने पर वे न तो सरकार और न प्रशासन के खिलाफ बैठे हैं, बल्कि अपने पोते से मिलने के लिए घंटों धरने पर बैठे रहे.
दरअसल इस बुजुर्ग दंपति के बेटे की मौत के बाद उनकी बहू ने दूसरी शादी कर ली थी, जिसके बाद ये दंपति अपने पोते से मिलने के लिए कोरबा पहुंचे. जहां उन्हें उनके पोते से नहीं मिलने दिया गया. परेशान होकर सत्यनारायण गोयल अपनी पत्नी सरला के साथ बहू के घर के बाहर ही बैठे रहे. परेशान दंपति ने इसकी लिखित शिकायत प्रशासन और पुलिस से की है.
सत्यनारायण गोयल के मुताबिक उनके बेटे निलेश अग्रवाल रायपुर में चार्टड एकाउंटेंट थे. उनकी शादी जुलाई 2014 को दर्री रोड निवासी मोहनलाल अग्रवाल की पुत्री से हुई थी. शादी के 4 साल पूरे होने से 3 दिन पहले ही जुलाई 2018 में निलेश की तबियत बिगड़ने से मौत हो गई. 12वां कार्यक्रम पूरा होते ही बहू अपने बेटे और उनके पोते को लेकर मायके दर्री रोड आ गई. इसके बाद सामाजिक बैठक में तय हुआ की सत्यनारायण और सरला हर महीने अपने पोते से मिल सकेंगे. शुरुआत में परिजनों के सामने ही वे निर्धारित दिनों में आकर पोते से मिलते रहे, लेकिन बाद में उन्हें मिलने नहीं दिया गया.
सत्यनारायण गोयल के अनुसार उनकी बहू ने दर्री रोड में पड़ोस में रहने वाले युवक से दूसरी शादी कर ली, जिसके बाद से उन्हें पोते से मिलने नहीं दिया जा रहा है. इसके लिए उन्होंने प्रशासन-पुलिस से फरियाद लगाई है. इस मामले में दूसरे पक्ष से संपर्क करने का प्रयास किया गया, लेकिन उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया.