knn24.com/हरिद्वार: उत्तराखण्ड के हरिद्वार कुम्भ  में साधु-संतों के अखाड़ों का आना शुरू हो गया है. हरिद्वार की सड़कों पर रोजाना अखाड़े हाथी और घोड़ों से लैस झांकियों के साथ कुम्भ इलाके में दाखिल होकर अपने आसन जमा रहे हैं. हज़ारों की संख्या में आ रहे साधु संत अप्रैल के महीने में चार मुख्य स्नान के बाद लौट जाएंगे.इस दौरान निरंजन अखाड़ा, जूना अखाड़ा, पंचायती अखाड़ा के साधुओं के साथ किन्नर साधु और नगा साधुओं ने भी हरिद्वार में अपने-अपने अखाड़ों की ध्वज पताका फहराई. अगली शिवरात्रि को गंगा स्नान होगा, जिसे कुम्भ स्नान की रिहर्सल के तौर पर देखा जाएगा. बहुत से अखाड़े उत्तराखण्ड और भारत सरकार की कोविड गाइड लाइन्स से भी नाराज हैं. उनका कहना है कि जब चुनावी रैलियों में कोई रोक नहीं तो सरकार कुम्भ में कथा भंडारे और लोगों के आने पर क्यों प्रतिबंध लगा रही है?