छत्तीसगढ़ का अगला मुख्यमंत्री चुनने के लिए बीजेपी की ओर से नियुक्त तीन पर्यवेक्षक रायपुर पहुंच गए हैं। अर्जुन मुंडा, दुष्यंत कुमार गौतम और सर्वानंद सोनोवाल एयरपोर्ट से सीधी बीजेपी प्रदेश कार्यालय के लिए रवाना हुए। दोपहर 12 बजे होने वाली बीजेपी विधायक दल की़ बैठक में तीनों ऑब्जर्वर शामिल होंगे। चुनाव सह प्रभारी और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया भी कुछ देर पहले ही रायपुर पहुंचे हैं।
एयरपोर्ट पर बीजेपी के सरगुजा संभाग के प्रभारी संजय श्रीवास्तव, अनुराग सिंहदेव समेत कार्यकर्ताओं ने उनकी अगवानी की। मांडविया यहां से बीजेपी प्रदेश कार्यालय कुशाभाऊ ठाकरे परिसर पहुंचे हैं। बीजेपी प्रदेश प्रभारी ओम माथुर प्रदेश सह प्रभारी नितिन नबीन के साथ शनिवार रात को ही रायपुर पहुंच चुके हैं। सीएम के नाम के सवाल पर ओम माथुर ने कहा कि नाम चौंकाने वाला हो सकता है, इंतजार पर्यवेक्षकों के फैसले का है।







विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे तीनों ऑब्जर्वर
बीजेपी ने छत्तीसगढ़ के लिए 3 पर्यवेक्षकों अर्जुन मुंडा, सर्वानंद सोनोवाल और पार्टी महासचिव दुष्यंत कुमार गौतम की नियुक्ति की है। तीनों पर्यवेक्षक आज बीजेपी विधायक दल की बैठक में शामिल होंगे और विधायकों से चर्चा कर मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएंगे।

बीजेपी प्रभारी ओम माथुर ने क्या कहा
रायपुर पहुंचे ओम माथुर ने कहा कि, निश्चित रूप से हमारे पर्यवेक्षक आ रहे हैं, वे क्या निर्णय लेते हैं हम उसके इंतजार में है। कोई फॉर्मूला तय नहीं है, जो सिस्टम पार्लियामेंट बोर्ड ने लिया होगा, वह वे लेकर आ रहे हैं। लोकसभा में भी संपूर्ण सूपड़ा साफ कांग्रेस का होने वाला है। वहीं जब पूछा गया कि, ओम माथुर को हम राजस्थान में आगे देख रहे हैं क्या तो उन्होंने मजाक में कहा कि, अभी तो आप हमें छत्तीसगढ़ में देख रहे हैं।
इधर दिल्ली से लौटे भूपेश बघेल ने भी कहा कि, नए मुख्यमंत्री के नाम का सभी की तरह हम भी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। यह सवाल कौन बनेगा करोड़पति की तरह तीनों राज्यों में हो रहा है। वहीं आदिवासी सीएम की अटकलों को लेकर पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने कहा है कि बीजेपी जाति समुदाय के हिसाब से काम नहीं करती, बल्कि विकास को ध्यान में रखकर करती है। बैठक में पार्टी के पर्यवेक्षक विधायकों से सीएम के नाम को लेकर उनकी राय जानेंगे।

विधायक दल की बैठक में रखा जाएगा नाम
मुख्यमंत्री के लिए 3-4 नाम चल रहे हैं, लिहाजा पर्यवेक्षक विधायकों से वन-टू-वन चर्चा भी कर सकते हैं। इसके अलावा हाईकमान से अगर कोई नाम तय किया गया होगा तो पर्यवेक्षक उस नाम को भी विधायक दल में रख सकते हैं। पर्यवेक्षक बताएंगे कि, राष्ट्रीय नेतृत्व ने किसे मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया है। बीजेपी विधायकों को बैठक में शामिल होने की सूचना भेज दी गई है। विधायकों से रायशुमारी के बाद मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान किया जाएगा।
