मुआवजे के बिना पेड़ कटाई पर बवाल: SECL और कलिंगा कंपनी पर मनमानी का आरोप

कोरबा। केंद्रीय कंपनी SECL और उसके ठेका कार्यों में शामिल कलिंगा कंपनी पर मनमानी का नया मामला सामने आया है। गेवरा परियोजना के तहत जमीन अधिग्रहण और पेड़ कटाई को लेकर स्थानीय निवासी राजेश जायसवाल ने गंभीर आरोप लगाए हैं। बिना मुआवजा दिए घर और दर्जनों पेड़ काटने की शिकायत सोमवार को उन्होंने कलेक्टर के जन चौपाल और जिला पुलिस अधीक्षक से की।

पेड़ों की कटाई पर मौके पर पहुंचे परिजन
राजेश जायसवाल ने बताया कि सुबह उन्हें सूचना मिली कि उनकी अमगांव, हरदीबाजार स्थित जमीन पर बड़े-बड़े वृक्षों को काटा जा रहा है। उन्होंने तत्काल अपने भाई दिनेश जायसवाल के साथ मौके पर पहुंचकर इसका विरोध किया। शिकायत के बाद पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे।

दो परियोजनाओं के बीच उलझा मामला
घटना स्थल पर दीपका परियोजना और कलिंगा कंपनी के अधिकारी भी मौजूद थे। राजेश जायसवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि जब यह कार्य गेवरा परियोजना के तहत हो रहा है, तो दीपका परियोजना के अधिकारियों की उपस्थिति क्यों थी? वहीं, SECL के अधिकारियों का कहना है कि जमीन के अधिग्रहण और परियोजना कार्यों के लिए जरूरी कार्रवाई की जा रही थी।

पुलिस और प्रशासन की मध्यस्थता
घटना की सूचना पर नायब तहसीलदार, वन विभाग के कर्मचारी और दीपका थाना पुलिस मौके पर पहुंचे। उन्होंने स्थिति को संभालने की कोशिश की। हालांकि, जायसवाल परिवार मुआवजा दिए बिना पेड़ों की कटाई को गलत ठहरा रहा है और कार्रवाई की मांग कर रहा है।

स्थानीयों में नाराजगी, जांच की मांग
इस घटना को लेकर स्थानीय निवासियों में आक्रोश है। उनका आरोप है कि SECL और उसके ठेकेदार अपनी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए नियमों और प्रक्रियाओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। प्रभावित परिवार ने कलेक्टर और जिला पुलिस अधीक्षक से मामले की जांच और उचित कार्रवाई की मांग की है।