KNN24.COM/व्यापार में ऐसा घाटा लगा कि एक परिवार के छह लोगों ने कोल्ड्रिंक के साथ कीटनाशक पीकर जान देने का फैसला कर लिया। तीन की मौत हो गई। बाकी तीन की हालत गंभीर है। मामला गुजरात के वडोदरा का है। परिवार के मुखिया का सब कुछ बिक चुका था। उन्होंने आखिरी में पेट पालने के लिए पहले अपनी मोपेड और फिर पोती की साइकिल तक 500 रुपए में बेच दी थी।
सभी उम्मीदें टूट गईं, तब एकसाथ जान देने का फैसला कर लिया। जान गंवाने वालों में नरेंद्र सोनी (68), उनका 4 साल का पोता पार्थ और 17 साल की पोती रिया शामिल है। नरेंद्र की पत्नी दीप्ती, बेटा भाविन और बहू उर्वशी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।
जो कहानी सामने आई उसके मुताबिक, नरेंद्र सोनी इमिटेशन ज्वेलरी का व्यापार करते थे। कुछ सालों से लगातार घाटा होता गया, तो प्लास्टिक का सामान बेचने लगे। फिर घाटा हुआ तो व्यापार में पूरी जमा पूंजी लगा दी। आखिरी में लाखों रुपए कर्ज ले लिया। इसका ब्याज चुकाने के लिए घर बेचना पड़ा।
पड़ोसियों ने बताया कि नरेंद्र सोनी पहले स्वाति सोसायटी में 8 नंबर मकान के मालिक थे। उन्होंने करीब दो साल पहले यह मकान बेच दिया था और पड़ोस के मकान में किराए से रहने लगे थे। मकान बेचने से जो 25 लाख रुपए मिले थे, उसमें से ज्यादातर रकम ब्याज चुकाने में खर्च हो गई थी।
थोड़ा पैसा बचा था, जिससे लॉकडाउन से लेकर अब तक का खर्च चल रहा था। उन्होंने कुछ दिन पड़ोसियों से उधार लेकर गुजारा किया। नरेंद्र का बेटा भाविन कम्प्यूटर रिपेयरिंग का काम करता था, लेकिन इतनी कमाई नहीं होती थी कि परिवार का खर्च चल सके।