रायपुर. पुलिस विभाग में जवानों के बढ़ रहे आत्महत्या के प्रकरणों को लेकर गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने चिंता जताई है। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे के दौरान 3 पुलिस जवानों और एएसआई के आत्महत्या के प्रकरण सामने आए हैं। ऐसी घटनाओं को लेकर गृहमंत्री ने पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि स्पंदन कार्यक्रम को फिर से निचले स्तर तक चलाएं। गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने डीजीपी डीएम अवस्थी सहित पुलिस अधिकारियों से कहा कि पिछले कुछ दिनों में आत्महत्या की कई घटनाएं मैदानी से लेकर नक्सल क्षेत्रों में हुई हैं। ऐसी घटनाएं क्यों हो रही हैं, इसकी समीक्षा कर यह देखें कि पुलिस के जवानों को छुट्टी, परिवार से चर्चा कराने, स्वास्थ्य परीक्षण और अन्य तनाव मुक्ति की सुविधाएं मुहैया कराने के बाद भी इस तरह की घटनाएं क्यों बढ़ रहीं, इसकी समीक्षा करें। उन क्षेत्रों में जाकर देखें कि जवानों को इसके अलावा और क्या सुविधा दी जाए। उन्होंने कहा कि कुछ प्रकरणों में जवानों द्वारा छ़ुट्टी मनाकर लौटने के बाद आत्महत्या की घटनाएं हुई हैं। गृहमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि हमारे जवान प्रदेशवासियों की सुरक्षा के लिए घर से दूर रहकर सेवा दे रहे हैं। ऐसे में हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनकी परेशानियों को समझें और उनका निराकरण करें, ताकि जवान किसी प्रकार का आत्मघाती कदम न उठाने पाएं। उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देशित किया है कि सभी प्रकरणों में उन क्षेत्रों में जाकर समझने का प्रयास करें। आरक्षकों से मुलाकात कर उन्हें तनाव मुक्ति के उपाय बताएं। गृहमंत्री श्री साहू ने पुलिस जवानों को तनावमुक्त होकर कार्य करने की सलाह दी है। गृहमंत्री ने पुलिस अधिकारियों-कर्मचारियों की समस्याओं के समाधान के लिए शुरू किए गए स्पंदन अभियान के तहत खेलकूद का आयोजन करने, समय-समय पर काउंसिलिंग, स्वास्थ्य परीक्षण कराने, विभिन्न कैंपों का भ्रमण करने और उपयुक्त प्रणाली के माध्यम से पुलिस जवानों की समस्याओं और उनके समाधान के निर्देश दिए हैं। समीक्षा के दौरान अपर मुख्य सचिव गृह सुब्रत साहू, पुलिस महानिदेशक डीएम अवस्थी एवं पुलिस महानिदेशक नक्सल अभियान अशोक जुनेजा उपस्थित थे।