मुंगेली। जिले के सेतगंगा-फास्टरपुर क्षेत्र के दुल्लापुर गांव में डायरिया के प्रकोप से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है. डायरिया से एक व्यक्ति की मौत हो गई है. वहीं करीब 3 दर्जन लोगों का उपचार जारी है, जिसमें से एक दर्जन मरीजों को जिला अस्पताल मुंगेली में दाखिल कराया गया है. एक डायरिया पीड़ित पनकू निषाद की इलाज के दौरान मौत हो गई. वहीं डायरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ पर है. प्रभावित लोगों तक इलाज और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है.

ग्रामीणों का कहना है कि गांव में पानी की सप्लाई होने वाले पाइप में लीकेज की वजह से दूषित पानी प्रवेश हो जा रहा है. इसके चलते उल्टी दस्त होना शुरू हो गया है. स्थिति यी हो गई कि 3 दर्जन से ज्यादा लोग गांव में डायरिया के चपेट में आ गए हैं.

2 सितंबर को डायरिया की शिकायत मिलते ही BMO डॉ. ज्वाला प्रसाद कौशिक समेत स्वास्थ्य अमला स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र व गांव में कैम्प कर लोगों का उपचार कर रहे हैं. देखते ही देखते करीब दुल्लापुर गांव के 35 लोग डायरिया से पीड़ित हो गए. इसमें से दर्जनभर मरीजों को जिला अस्पताल में दाखिल कराया गया है. वहीं उपचार के दौरान पनकू निषाद ने जिला अस्पताल में दम तोड़ दिया, जिसके बाद से गांव सहित आसपास गांवों में हड़कंप मच गया है.कलेक्टर राहुल देव ने कहा कि डायरिया को लेकर प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग का अमला अलर्ट मोड़ पर है. डायरिया पीड़ित गांव और लोगों तक उपचार और राहत सामग्री पहुंचाई जा रही है. उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. किस वजह से डायरिया की चपेट में लोग आ रहे हैं, उसके निराकरण को लेकर भी काम किया जा रहा है. स्वास्थ्य अमला दूरस्थ अंचल के गांवों में भी बाढ़ और नदी को क्रॉस कर नाव के सहारे लोगों का उपचार करने और दवाई एवं राहत सामग्री पहुंचाने जा रहा. उन्होंने निजी अस्पतालों से भी अपील की है कि डायरिया के प्रकरण आने पर प्राथमिकता एव गंभीरता के साथ उपचार करे.