कांग्रेस पार्टी के विरोध प्रदर्शन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते कोई नहीं दिखा।

रायपुर: रायपुर की सड़कों पर मंगलवार की दोपहर कांग्रेस पार्टी के विरोध प्रदर्शन का नजारा देखने को मिला। तय कार्यक्रम के मुताबिक कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम की मौजूदगी में पैदल मार्च निकाला गया। गौरवपथ से होते हुए कांग्रेस के नेता राजभवन की ओर बढ़े। यह विरोध प्रदर्शन नए कृषि बिल के विरोध में था। प्रदर्शन में भीड़ की वजह से सोशल फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन होता नहीं दिखा। पुलिस की सुरक्षा के बीच नेता राजभवन के बेहद करीब पहुंच गए। यहीं सड़क पर बैठकर कुछ देर तक सभी नारेबाजी की।

कांग्रेस राज्यपाल अनुसुइया उइके को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के नाम ज्ञापन सौंप रही है। इस ज्ञापन में केंद्र सरकार के नए कृषि बिल को काला कानून बताया गया है। ज्ञापन में राष्ट्रपति से इस कानून को निरस्त करने की मांग की गई है। इसमें लिखा गया है कि संसदीय कार्यप्रणाली पर यह कानून हमला है, चंद कारोबारियों के लिए आपदा में अवसर पैदा करने के लिए यह कानून लाया गया है, जिसे देश के किसान नहीं भूलेंगे।

विरोध प्रदर्शन के दौरान रैली के नेतृत्वकर्ता प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकम समेत विधायक धनेंद्र साहू, विकास उपाध्याय, कुलदीप जुनेजा, समेत तमाम विधायक और कांग्रेस के नेता, पदाधिकारी और महिला कार्यकर्ता भी मौजूद हैं। कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन से राजभवन तक पैदल यात्रा कर राज्यपाल अनुसुईया उइके को ज्ञापन सौंपा।

बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा संसद मे पास किए गए कृषि कानूनों का देश भर में विरोध हो रहा है। खासतौर पर किसान और कांग्रेस इसका विरोध जता रही है। इस कानून को काला कानून और किसान विरोधी बता रही हैं।