
कोरबा: कोरबा शहर या देश की बात करें तो अभी करोना की महामारी से जूझ रहा है। ऐसे में कोरबा स्थित पावर प्लांटों से शाम होते ही अंधेरा छाते ही पानी की वर्षा की जगह राखड़ की वर्षा होने लग रही है। जिसे आम जनता को रात्रि यह शाम होते ही दो पहिया वाहन चलाने में काफी असुविधा हो रही है और आंखों का नुकसान तो है ही शारीरिक नुकसान भी होने लगा है। इस राखड़ से कोरबा शहर में अस्थमा एवं चर्म रोग के मरीजों की लगातार वृद्धि हो रही है जोकी कोरोना काल में काफी ख़तरनाक है। कोई आम जनता का प्लांट होता तो पॉल्यूशन विभाग तत्काल रूप में उनके प्लांट में दबिश देता लेकिन या तो सरकारी एवं निजी उपक्रम है। पॉल्यूशन विभाग द्वारा ना तो बालकों प्लांट के ऊपर कोई कार्रवाई की गई और ना ही शहर के बीचो-बीच डॉ.श्यामा प्रसाद मुखर्जी सीएसपीडीसीएल पावर प्लांट के ऊपर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। अगर आज दिनांक तक पॉल्यूशन विभाग शहर के कोई भी कोने से पॉल्यूशन जांच करता है तो उन्हें पता चल जाएगा कि राखंड की मात्रा कितनी शहर पर उड़ रही है एवं बरस रही है।