knn24.com/हमारे देश में ना जाने ऐसे कितने बच्चे सड़कों पर भटकते हुए नजर आते हैं, जो लावारिस हैं। इसकी सिर्फ दो ही वजह होती है या तो इन बच्चों के मां-बाप इस दुनिया में ही नहीं होते या फिर दूसरी वजह होती है कि मां-बाप इन्हें पैदा करके सड़कों पर छोड़ जाते हैं। ऐसे बच्चों का भविष्य क्या होता है यह आप सिग्नल पर गाड़ियों के आगे पैसों के लिए हाथ फैलाए नैनिहालों को देखकर अंदाजा लगा सकते हैं। लेकिन बावजूद इसके हमारा समाज ना जाने क्यों इस गलती को बार बार दोहराता आ रहा है।
बिलासपुर जिले में एक बार फिर से मानवता को शर्मसार कर देने वाली घटना सामने आई है। जहां एक मां अपनी नवजात बच्ची को जंगल के बीच छोड़ कर चली गई । गनीमत रही कि बच्ची की रोने की आवाज सुनकर उसे बचाने के लिए दूसरी मां खेत में पहुंची और उसे जीवनदान दिया।
दरअसल, यह मामला जिले के सीपत थाना क्षेत्र के कुकदा और कुली गांव के बीच के जंगलों का है । जहां कुकदा की रहने वाली कुछ महिलाएं और यशोदाबाई हर दिन की तरह लकड़ी और गोबर बनने के लिए जंगल पर गई हुई थी। इस दौरान उन्हें किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी
आवाज़ की ओर भागने पर यशोदा और महिलाओं ने पाया कि एक नवजात बच्ची खेत की आड़ में पड़ी हुई है और बिलक बिलक कर रो रही है । आसपास किसी और को ना देख कर यशोदा समझ गई कि इससे इसके माता-पिता यही छोड़ कर चले गए हैं ।
यशोदा ने बच्ची को उठाया और अपने गांव लेकर चली गई और सरपंच को पूरी जानकारी दी। इसके बाद गांव के सरपंच ने चाइल्ड केयर के स्टाफ को बुलाकर बच्ची को उन्हें सौंप दिया। फिलहाल बच्ची के हेल्थ की जांच की गई है वह पूरी तरह से सुरक्षित है।