knn24news/ काेराेना से बचाव के लिए प्रदेश में काेविशील्ड लग रही है, लेकिन फ्रंटलाइन वारियर्स में शामिल महिलाएं इस सलाह से चौंक रही हैं कि वैक्सीन लगवाने के बाद दो माह तक उन्हें गर्भ धारण नहीं करना है। अगर ऐसा प्लान है तो वैक्सीन मत लगवाइये। यही नहीं, शुरुआती गर्भावस्था वाली महिलाओं को भी वैक्सीन के डोज नहीं दिए जा रहे हैं।
इन सवालों के साथ कुछ महिलाओं को वैक्सीन सेंटर से लौटाया भी गया है। कोरोना कोर कमेटी के मुताबिक यह सतर्कता वैक्सीनेशन की गाइडलाइन में है। कोरोना वैक्सीनेशन की गाइडलाइन के अनुसार वैक्सीन के पहले डोज के 28 दिन बाद दूसरा डोज दिया जाना है।अगर पहला पहला डोज दे दिया गया और महिला गर्भवती हो गई तो फिर उसे दूसरा डोज नहीं दिया जा सकता। क्योंकि गर्भवती को वैक्सीन नहीं लगाई जानी है।
डाक्टरों का कहना है कि ऐसे में पहला डोज खराब हो जाएगा, मामला यही है। ऐसी कोई रिसर्च नहीं है कि गर्भवती महिला को वैक्सीन लगने से कोई नुकसान होगा या नहीं। लेकिन केवल इसीलिए वैक्सीन ट्रायल में गर्भवती महिलाओं को शामिल भी नहीं किया गया था। इसलिए महिलाओं से सतर्कता बरतते हुए बच्चे की प्लानिंग पर सवाल कर रहे हैं। जो महिलाएं प्लान कर रही हैं, उन्हें वैक्सीन नहीं लगा रहे हैं।
बच्चों को दूध पिलाने वाली माताओं को भी टीके नहीं
नेहरू मेडिकल कॉलेज रायपुर में वैक्सीनेशन प्रोग्राम के नोडल अफसर डॉ. ओंकार खंडवाल का कहना है कि कई महिला डॉक्टरों और नर्सों ने पूछा कि बच्चे की प्लानिंग कर रहे हैं, ऐसे में वैक्सीन लगवाने आएं या नहीं। उन्हें यही कह रहे हैं कि वैक्सीन मत लगवाइए। जिनके छोटे बच्चे हैं और ब्रेस्ट फीडिंग कर रहे हैं, उन्हें भी वैक्सीन का डोज नहीं दिया जा रहा है।
वैक्सीन लगवाने वालों में आधी से ज्यादा महिलाएं
प्रदेश में पहले चरण में 2.67 लाख हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगाई जा रही है। 75 हजार से ज्यादा हेल्थ वर्कर को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। इसमें आधे से ज्यादा महिलाएं है। नर्सों में 90 फीसदी महिलाएं हैं। बाकी निजी अस्पतालों व केंद्र सरकार की संस्थानों में सेवा देने वाले मेल नर्स हैं। रोजाना ऐसे फोन आते हैं, जिसमें वैक्सीन डोज के बारे में पूछा जाता है।
एक्सपर्ट व्यू – गर्भवती को डोज नहीं दिया जा सकता
“जो गर्भवती हैं या बच्चे का प्लान कर रहे हैं, उन्हें वैक्सीन का डोज नहीं दिया जा सकता। यह वैक्सीनेशन की गाइडलाइन में है। पहला डोज देने के बाद अगर कोई महिला गर्भवती हुई, तो उसे दूसरा डोज नहीं दे सकते।”