कोरबा- जिले में जमीन अफरा तफरी का मामला कई वर्षों से चला आ रहा है, लेकिन इन मामलों की शिकायत पर जिला प्रशासन संज्ञान नहीं ले रही है जिसके कारण ऐसे जमीन दलाल या यूं कहें कि प्रशासन से संरक्षण प्राप्त भू माफियाओं के हौसले दिन-ब-दिन बुलंद होते जा रहे हैं। ऐसा ही चौंकाने वाला मामला कटघोरा अनुभाग में आया है जहां तत्कालीन एसडीएम द्वारा अपने पद एवं अधिकार का दुरुपयोग करते हुए गैर आदिवासी लोगों का फर्जी दस्तावेज के आधार पर फर्जी अनुसूचित जनजाति का प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया,वहीं इस फर्जी जाति प्रमाण पत्र के आधार पर कई एकड़ जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई जिसका उपयोग ACB कंपनी चाकाबुड़ा कर रही है।इसकी शिकायत छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के प्रदेश मंत्री दिलीप मिरी के द्वारा कोरबा के नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक भोज राम पटेल से किया गया है
उल्लेखनीय है कि कटघोरा अनुविभाग के तत्कालीन एसडीएम द्वारा अपने पद एवं अधिकार का दुरुपयोग करते हुए अन्य राज्य उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड एवं ओड़िसा से आये 23 लोग जो कि ACB कंपनी में कर्मचारी बनकर कार्य कर रहे है का फर्जी दस्तावेज तैयार कर गैर आदिवासी लोगों का आदिवासी(अनुसूचित जनजाति वर्ग) का फर्जी जाति प्रमाण पत्र बना दिया गया। फैक्ट्री संचालक द्वारा इन दस्तावेजों के आधार पर कटघोरा अनुविभाग के ग्राम दीपका, चाकाबुड़ा, बतारी, देगांव, कसाईपाली, देवरी, बिंजरी व पाली अनुविभाग अंतर्गत ग्राम बांधाखार, नोनबिर्रा, नुनेरा, रतिजा, रेकी एवं अन्य गांव में कई एकड़ जमीन खरीदी कर ली गई जिसका उपयोग एवं उपभोग ACB कंपनी द्वारा किया जा रहा है जिसकी शिकायत की गई थी लेकिन कार्यवाई नही हो सकी जबकि जिन लोगों का जाति प्रमाण पत्र बना है वह पूर्णतः फर्जी है जिसका दस्तावेज भी शिकायतकर्ता ने प्रशासन को आवेदन पत्र के साथ प्रस्तुत किया है, बावजूद शिकायत पर कार्यवाही नहीं हो पा रही है।
