कोरबा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर बैंक से लोन दिलवाकर निवेश करने का झांसा देकर फ्लोरा मैक्स कंपनी ने 100 करोड़ से ज्यादा की ठगी की। अब पुलिस ने इस मामले में व्यापक जांच शुरू कर दी है। कोरबा पुलिस की सिटी कोतवाली टीआई और स्टाफ पहले से मामले की विवेचना और छापेमारी में जुटे थे, लेकिन अब सीएसपी कोरबा भूषण एक्का के नेतृत्व में 10 सदस्यीय विशेष टीम गठित की गई है। ये टीम सोमवार से ठगी के मुख्य आरोपियों की तलाश में कार्रवाई में जुट गई है।

जमानत की कोशिश नाकाम, आरोपी भेजा गया जेल

फ्लोरा मैक्स के डायरेक्टर अखिलेश सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया था और पूछताछ के लिए रिमांड पर लिया था। तीन दिनों की रिमांड पूरी होने के बाद आरोपी को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उसके परिजनों ने जमानत के लिए प्रयास किए, लेकिन कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज करते हुए उसे जेल भेज दिया।

बैंक खातों और ऑनलाइन एप की जांच शुरू

पुलिस अब फ्लोरा मैक्स के डायरेक्टर, कैशियर, और शीर्ष नेताओं के बैंक खातों की जांच कर रही है। उनके द्वारा किए गए वित्तीय लेन-देन को खंगाला जा रहा है। इसके अलावा, उनके रिश्तेदारों और अन्य जुड़े व्यक्तियों के भी बैंक खातों और ऑनलाइन एप्स की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह पता लगा रही है कि कंपनी ने किस तरह से करोड़ों रुपये की ठगी की और किन-किन खातों में पैसा ट्रांसफर हुआ।

कोरबा के बाद कई शहरों में फैलाया ठगी का नेटवर्क

फ्लोरा मैक्स कंपनी ने कोरबा में अपने सेंटर खोलने के बाद पड़ोसी जिलों में भी सेंटर खोले थे। चांपा, सक्ती, रायगढ़, अंबिकापुर, और महासमुंद में भी कंपनी ने अपने ठगी के नेटवर्क को फैलाया। चांपा में पिछले एक साल में महिलाओं को लोन और निवेश का लालच देकर करोड़ों रुपये की ठगी की गई।